दीपक 13-14
लोगों से कहा- सबकी आत्मा एक, पद की उपधि हटने पर सब मनुष्य बराबर
एलएस कॉलेज के स्थापना दिवस पर आये राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान रामकृष्ण आश्रम भी पहुंचे. आश्रम के सचिव स्वामी भावात्मानंद ने उनका स्वागत किया. कहा कि यह खुशी की बात है कि महामहिम पहुंचे. मिशन हमेशा से सर्व धर्म समभाव के लिए काम करता रहा है. राज्यपाल ने कहा कि रामकृष्ण मिशन से मेरा गहरा जुड़ाव रहा है. बचपन से ही किताबें पढ़ने का शौक रहा है. एक बार मैंने स्वामी रंगनाथ नंद की वेदांत पर लिखी एक किताब की समीक्षा पढ़ी तो मेरे मन में भी पढ़ने की इच्छा हुई. मैंने पुस्तक के चारों वॉल्यूम खरीद कर पढ़ी. पुस्तक में अधिकतर पृष्ठों में स्वामी विवेकानंद के विचारों का संदर्भ दिया हुआ था. इसके बाद स्वामी विवेकानंद के विचारों का जानने की इच्छा हुई तो मैंने उन्हें पढ़ना शुरू किया. स्वामी विवेकानंद की कई पुस्तकों में आदि शंकर के विचारों का संदर्भ था. आदिशंकर ने कभी दावा नहीं किया कि वह नयी बात कह रहे हैं. उन्हाेंने वेदांत की व्याख्या की है. स्वामी रंगनाथ नंद कहते हैं कि ज्ञान का उपासक होने का मतलब जो ज्ञान है, वह दूसरों में बांटो, जो ज्ञान बांटा नहीं जाये, वह व्यर्थ है. ज्ञान को जब तक हम साझा नहीं करेंगे, हमें नहीं पता चलेगा कि हमारे सृजनकर्ता कौन हैं. हम सब एक है, दूसरा कोई नहीं है. सबकी आत्मा एक ही है. पद-सत्ता सब उपाधि है. यह हट जाये तो हम सभी एक जैसे हो जायेंगे. राज्यपाल ने परिसर में इएनटी अस्पताल का भ्रमण किया और आश्रम के कार्यों की सराहना की. मौके पर डीएम सुब्रत कुमार सेन, एसएसपी सुशील कुमार, ग्रामीण एसपी राजेश सिंह प्रभाकर, रामकृष्ण मिशन मैनेजिंग कमेटी के डॉ जीके ठाकुर, बिहार विवि में भौतिकी विभागाध्यक्ष डॉ संगीता सिन्हा सहित अन्य मौजूद रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है