मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
खेसरा नंबर में गड़बड़ी और रकबा को लेकर भ्रामक जानकारी
हालांकि, अंचलाधिकारी ने अपने स्तर से जब इस मामले की छानबीन की, तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए. जांच में पाया गया कि आवेदक ने वास्तव में खेसरा संख्या-478 से आवेदन किया था, जबकि राजस्व कर्मचारी ने गलत तरीके से खेसरा 467 की रिपोर्ट दे दी.
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