खास बातें
-काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के सादपुरा मोहल्ले की घटना
-परिजन ने थाने में तीन स्मैकियरों के खिलाफ की शिकायत
Muzaffarpur Crime News
काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के सादपुरा मोहल्ले में तीन स्मैकियरों ने घर के पास क्रिकेट खेल रहे आठ साल के मासूम फैजल को बंधक बना लिया. उसके हाथ-पांव बांधकर जंगल में फेंक दिया. घटना गुरुवार देर शाम की है. परिजनों ने काफी ढूंढा, लेकिन उसका पता नहीं चला. जब फैजल का छोटा भाई आरव घर पहुंचा तो उसने बताया कि मोहल्ले के ही तीन नशेड़ियों ने दोनों भाइयों को बहला- फुसलाकर शेरपुर रतवाड़ा ले जा रहे थे. वह चकमा देकर भाग निकला है. इसके बाद परिजनों ने खोजबीन शुरू की. तीन घंटे की मशक्कत के बाद रतवाड़ा में एक वीरान घर के पास झाड़ी से बच्चे को बरामद कर लिया गया. उसके पिता ने काजीमोहम्मदपुर थाने में लिखित शिकायत दी है. पुलिस जांच कर रही है.
बच्चे घर के पास खेल रहे थे
काजीमोहम्मदपुर थाने की पुलिस को दी जानकारी में सादपुरा के पेंट कारोबारी मो इस्लाम ने बताया कि दोनों बेटे फैजल व आरव घर के पास शाम में क्रिकेट खेल रहे थे. मोहल्ले के तीन नशेड़ी युवक पहुंचे और दोनों बच्चों के साथ क्रिकेट खेलने लगे. इस दौरान एक नशेड़ी बॉल मारकर जंगल में गुम कर दिया. जब बेटे ने उससे बॉल मांगी तो तीनों बेटों को बहला-फुसला कर बॉल दिलाने के लिए बाइक से शेरपुर के रतवाड़ा इलाके में ले गये. सुनसान इलाके में ले जाकर फैजल को रस्सी से बांधकर झाड़ियों में बंधक बना दिया. वहीं आरव वहां से भाग निकला. आरव किसी तरह घर पहुंचा और पूरा मामला बताया. इसके बाद परिजन काजी मोहमदपुर थाने के 112 पुलिस टीम को सूचना दिये और पुलिस व मोहल्ले के लोग शेरपुर पहुंचे. वहां झाड़ियों में फैजल को ढूंढ निकाला. उसके हाथ-पांव बंधे हुए थे. मो इस्लाम ने बताया कि घटना के पीछे मोहल्ले के कुछ स्मैकियरों का हाथ है. वे लोग पहले भी आसपास के बच्चों को परेशान किया करते हैं. जिस जगह पर बेटे को बंधक बनाकर रखा गया था, उसके पास परित्यक्त भवन है. अंदर जब गये तो देखा कि डायलूटर, व्हाइटनर, नशा लेने वाला इंजेक्शन आदि फेंका हुआ था. थानेदार जयप्रकाश सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.
पंचायत में नहीं पहुंचा स्मैकियर
बच्चे की बरामदगी के बाद मोहल्ले के लोग थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाने की बात करने लगे. मो इस्लाम का कहना है कि स्थानीय जनप्रतिनिधि ने कहा है कि मोहल्ले का मामला है तो इसकी पंचायत होनी चाहिये. जब पंचायत लगी तो आरोपी नशेड़ी के परिजन आये ही नहीं. इसके बाद परिजनों ने थाने में लिखित शिकायत की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है