दीपक 17
एसकेएमसीएच की अधीक्षक प्रो कुमारी विभा के निलंबन के विरोध में अस्पताल परिसर में एसकेएमसीएच टीचर्स एसाेसिएशन की बैठक हुई. निर्णय लिया गया कि यदि सरकार निर्णय पर पुनर्विचार नहीं की, ताे हमलाेग अपनी अस्मिता की लड़ाई लड़ने पर बाध्य हाेंगे. इसमें एसकेएमसीएच टीचर्स एसाेसिएशन व डाॅक्टराें काे आइएमए व राज्य इकाई का भी पूरा सहयाेग रहेगा. बता दें कि कुढ़नी की रेप पीड़िता काे पीएमसीएच रेफर करने के दाैरान रेफर करने की प्रक्रिया को लेकर कथित गाइडलाइन उल्लंघन के आरोप में निलंबित कर दिया गया था. मनाेराेग विभागाध्यक्ष सह आइएमए के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ संजय कुमार ने सरकार के इस कदम को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि सरकार ने कल ही इस मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की थी, लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया गया. यह न्यायसंगत नहीं है. यह फैसला न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि चिकित्सा व्यवस्था और डॉक्टरों के मनोबल पर भी गंभीर प्रभाव डालेगा.
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आज काला बिल्ला लगा डाॅक्टर करेंगे प्रदर्शन
एसकेएमसीएच के डाॅक्टर आज काला बिल्ला लगाकर प्रदर्शन करेंगे. डाॅक्टर विराेध मार्च भी निकालेंगे. इसके बाद डाॅक्टर काला बिल्ला लगाकर ही मरीज का इलाज करेंगे. विराेध मार्च में एसकेएमसीएच के डाॅक्टर के अलावा नर्सिंग स्टाफ व अन्य कर्मी भी शामिल हाेंगे.
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