अधिग्रहित निजी भूमि के मुआवजे को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर साहेबगंज में नाबार्ड योजना के तहत गंडक नदी पर बने उच्च स्तरीय पुल के एप्रोच पथ निर्माण के लिए अधिग्रहित निजी भूमि के मुआवजे को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है. पुल निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा रैयतों को मुआवजा भुगतान किये जाने के बावजूद, वासुदेव सराय के विद्यासागर ने हाल ही में समाहरणालय पहुंचकर डीएम कार्यालय में ज्ञापन सौंपते हुए दावा किया कि उन्हें अब तक मुआवजा नहीं मिला है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मुआवजा नहीं मिला तो वे सपरिवार आत्मदाह कर लेंगे.इस धमकी के बाद नगर थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर विद्यासागर को हिरासत में ले लिया. पूछताछ के बाद उन्हें पीआर बांड पर छोड़ दिया गया. घटना की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने पुल निर्माण विभाग के वरीय परियोजना अभियंता से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी थी. परियोजना अभियंता ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि साहेबगंज सीओ से एलपीसी (लैंड पजेशन सर्टिफिकेट) सत्यापन कर रिपोर्ट देने को कहा गया है. इस रिपोर्ट के मिलते ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि विद्यासागर को मुआवजा भुगतान हुआ है या नहीं. गौरतलब है कि पूर्व में कांटी के बिंदालाल नामक व्यक्ति ने भूमि पर कब्जा नहीं मिलने के कारण समाहरणालय परिसर में आत्मदाह कर लिया था. इस घटना के बाद से प्रशासन ऐसे मामलों में विशेष सतर्कता बरत रहा है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए तत्पर है.
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