Home बिहार मुजफ्फरपुर दिलों में मुहब्बत को बोना पड़ेगा, हमें खुद ही आइना होना पड़ेगा

दिलों में मुहब्बत को बोना पड़ेगा, हमें खुद ही आइना होना पड़ेगा

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दिलों में मुहब्बत को बोना पड़ेगा, हमें खुद ही आइना होना पड़ेगा

श्री गांधी पुस्तकालय में कवि गोष्ठी का आयोजन

उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर

अयोध्या प्रसाद खत्री साहित्यिक सेवा संस्थान ने रविवार को गोला रोड स्थित श्री गांधी पुस्तकालय में कवि गोष्ठी का आयोजन किया. अध्यक्षता सत्येंद्र कुमार सत्येन और संचालन श्रवण कुमार ने की. इस मौके पर अंजनी कुमार पाठक ने हवाएं दिशा अब बदलने लगी हैं, धड़कनें मेरे दिल की बदलने लगी है कविता से श्रोताओं की वाहवाली ली. सत्येंद्र कुमार सत्येन ने काहे अइल सपनवा में राम, मोरा हो गइले निंदिया हराम कविता से तालियां ली. श्रव्ण कुमार ने दिलों में मुहब्बत को बोना पड़ेगा, हमें खुद ही आइना होना पड़ेगा गजल से श्रोताओं को मुग्ध कर दिया. इनके अलावा राजीवेंद्र किशोर, जगदीश शर्मा, उमेश राज, सुमन कुमार मिश्र, ओम प्रकाश गुप्ता, अभय कुमार, सहज कुमार व अजय कुमार ने भी कविताएं सुनायीं.

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