वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल स्थित मातृ शिशु अस्पताल (एमसीएच) में गर्भवती महिलाओं की एंटीनेटल केयर (एएनसी) जांच बाधित है, जिसके कारण कई गर्भवती महिलाएं बिना जांच कराए ही वापस लौटने को मजबूर हैं, जबकि स्वास्थ्य विभाग के नियमों के अनुसार सप्ताह में दो दिन महिलाओं की एएनसी जांच अनिवार्य रूप से होनी चाहिए. इस बीच, सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत एक महत्वपूर्ण पहल की गई है. अब मुजफ्फरपुर के 4 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) समेत राज्य के 106 शहरी पीएचसी में भी एएनसी जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जायीगी. इस संबंध में मुख्यालय द्वारा विस्तृत गाइडलाइन जारी कर दी गयी है. राज्य के मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. सरिता ने सभी सिविल सर्जनों को पत्र लिखकर इस गाइडलाइन के अनुसार जांच शुरू करने की तैयारी करने का निर्देश दिया है. उन्होंने बताया कि इस अभियान को शुरू करने के लिए सभी जिलों को 10 लाख 15 हजार रुपये का आवंटन भी जारी कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार, मुजफ्फरपुर शहर के अघोरिया बाजार, बालूघाट, ब्रह्मपुरा और कन्हौली स्थित शहरी पीएचसी में जल्द ही एएनसी जांच की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी. इससे पहले यह सुविधा मुख्य रूप से सदर अस्पताल, पीएचसी और मेडिकल कॉलेज में ही उपलब्ध थी. सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार ने इस नई पहल पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पीएचसी में एएनसी जांच शुरू होने से एमसीएच पर मरीजों का दबाव काफी कम हो जाएगा. अब महिलाएं अपने ही नजदीकी पीएचसी में हर महीने अपनी गर्भावस्था की जांच आसानी से करा सकेंगी. उन्होंने बताया कि यह कदम गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराने के उद्देश्य से उठाया गया है.
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