रजौली. प्रखंड मुख्यालय समेत आसपास के गांवों में पिछले एक सप्ताह से लू सताने लगी है. पछुआ हवाओं का प्रभाव बढ़ता जा रहा है. यह हीटवेव का कारण बन रहा है. इससे लोग बीमार हो रहे हैं. मध्य भारत व समीपवर्ती ओडिशा क्षेत्र में एक प्रति चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय रहने के कारण राज्य के अधिकांश हिस्सों में गर्म एवं शुष्क पछुआ हवाओं का प्रवाह शुरू हो गया है. इससे जिले में पांच दिनों तक तक भीषण गर्मी सतायेगी. दिन एवं रात का तापमान भी सामान्य से अधिक रह रहा है. मौसम की तल्खी का प्रभाव सोमवार को जबर्दस्त दिखा. 39.5 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान तथा 27.3 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान वाले सोमवार को लोग जलन वाली गर्मी महसूस करते रहे. पछुआ हवा के प्रभाव से शुष्क मौसम भारी पड़ता रहा. मौसम पूर्वानुमान के अनुकूल राज्य के उत्तर-पश्चिमी, उत्तर-मध्य के साथ ही दक्षिण बिहार के जिलों में लू प्रभाव अधिक तीव्र है. दक्षिणी भाग में लू का प्रभाव रहना जिले के लोगों के लिए मुसीबत बन गया है. तापमान सीमा अगले एक दिन के बाद से लेकर 14-16 मई जिले भर में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक रहने की संभावना बन रही है. सतही आर्द्रता न्यूनतम स्तर पर रहते हुए लगभग 20 प्रतिशत से 30 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान है. क्षेत्रीय प्रभाव के तहत उच्च जोखिम क्षेत्र में दक्षिण-पश्चिम बिहार के जिले, विशेषकर नगर निकाय क्षेत्र प्रभावित होंगे, जिसमें नवादा भी शामिल है.
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