Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद नीतीश सरकार एक्टिव, जारी किया हेल्पलाइन नंबर
Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश के बाद बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने शुक्रवार को हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. इसके साथ ही नोटिफिकेशन में लिखा गया है कि इस घटना के संबंध में यदि बिहार राज्य के किसी नागरिक के प्रभावित होने की जानकारी हो, तो आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार सरकार पर तत्काल सूचना दी जा सकती है.
By Prashant Tiwari | June 13, 2025 2:23 PM
Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश के बाद बिहार की नीतीश सरकार भी एक्टिव हो गई है. बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने शुक्रवार 13 जून को हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी किए गए नोटिफिकेशन के मुताबिक सरकार की तरफ से लोगों से अपील की गई है कि अगर इस भयावह घटना में बिहार का कोई नागरिक हताहत हुआ है तो उसकी जानकारी हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से सरकार को दी जाए. जानकारी के बाद सरकार त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़ित की मदद करेगी.
इन नंबर पर देनी होगी जानकारी
आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ हेल्पलाइन नंबर 0612-2294204, 0612-2294205 जारी किया गया है. इसके साथ ही नोटिफिकेशन में लिखा गया है कि इस घटना के संबंध में यदि बिहार राज्य के किसी नागरिक के प्रभावित होने की जानकारी हो, तो आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार सरकार पर तत्काल सूचना दी जा सकती है. टोल फ्री नंबर 1070 पर भी फोन किया जा सकता है. कहा गया है कि आपदा के प्रभाव को कम से कम करने के लिए बिहार का आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.
अब तक 265 लोगों की मौत की पुष्टि
बता दें कि बीते गुरुवार (12 जून, 2025) को अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश में अब तक 265 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. एअर इंडिया की बोइंग 787 ड्रीमलाइनर फ्लाइट AI-171 ने गुरुवार की दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी थी. इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे. 230 यात्रियों के अलावा 12 क्रू मेंबर थे. उड़ान भरने के दो मिनट बाद ही फ्लाइट क्रैश हो गई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अहमदाबाद पहुंचे. यहां पीएम मोदी ने विमान दुर्घटना स्थल का दौरा किया. इसके साथ ही पीड़ितों के परिजनों से भी मुलाकात कर स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी ली. इस दौरान प्रधानमंत्री के साथ केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और स्थानीय अधिकारी मौजूद थे.