पटना में दरोगा प्रसाद राय के जन्मदिवस समारोह पर आयोजित राजकीय समारोह में भाग लेने के बाद अचानक आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मिलने राबड़ी आवास पहुंचे. लालू और नीतीश कुमार के बीच करीब 20 मिनट तक बातचीत हुई है. लालू यादव और नीतीश कुमार की मुलाकात के बाद सियासी हलचलें तेज हो गई है. हालांकि पार्टी की ओर से इस मुलाकात को समान्य मुलाकात बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच इंडिया गठबंधन के कार्यक्रम को लेकर बातचीत की गयी है.
इधर, राजनीतिक पंडितों का कहना है कि आने वाले दिनों में इंडिया गठबंधन के अंदर बिहार में सीट शेयरिंग का मुद्दा काफी अहम होने वाला है. कहा जा रहा है कि बैठक में इसको लेकर 30 सितंबर तक का समय तय किया गया है. बिहार में कांग्रेस, जदयू और राजद के बीच सीटों का बंटवारा होना है. बिहार में कौन कहां से कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगा यह एक अहम सवाल बना हुआ है.गठबंधन के लिए यह तय करना भी सबसे बड़ा चैलेंज है. हालांकि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने साफ किया है कि सीटो को लेकर गठबंधन के बीच कोई पेंच नहीं है. इसको लेकर हमारी पहले से ही बात हो चुकी है. इसपर सिर्फ मुहर लगनी है. उन्होंने कहा कि लोगों को पहले लगता था कि गठबंधन नहीं बनेगा. अब गठबंधन भी बन गया और कमिटी भी बन गई है.
सूत्रों का कहना है कि अक्टूबर से इंडिया गठबंधन के देशभर में शुरू हो रहे कार्यक्रम के तहत बिहार में होने वाले कार्यक्रमों को लेकर भी दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई. इधर, नीतीश कुमार के अचानक लालू से मिलने पहुंचने को लेकर बीजेपी प्रवक्ता राम सागर सिंह ने सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि लालू यादव के राहुल गांधी को मजबूत करने के बयान के बाद नीतीश कुमार सकते में है. नीतीश कुमार चाहते हैं कि राहुल की जगह उनका नाम आगे किया जाए. राम सागर सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद को पीएम कैंडिडेट किलर भी बताया. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद इससे पहले मुलायम सिंह की उम्मीदवारी को भी खत्म किया था.और अब नीतीश कुमार की उम्मीदवारी को खत्म कर रहे हैं.