पटना . स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मंगलवार को विभाग के प्रधान सचिव सहित सभी वरीय अधिकारियों के साथ विभागीय समीक्षा की. उन्होंने बताया कि नन प्लान हेड में कुल बीस फीसदी राशि की बढ़ोतरी का प्रावधान रखा गया है.
इससे मरीजों की जेब से खर्च होने वाली राशि को भी कम किया जा सके. नन प्लान बजट में प्राप्त राशि का समुचित सदुपयोग के लिए मुख्यालय व जिला स्तर पर वित्तीय व्यवस्था को सुधारने हेतु चर्चा की गयी.
ऐसे पदाधिकारी और कर्मी का पद सृजित करने पर बल दिया गया, जो मुख्यालय स्तर से जिला स्तर तक वित्तीय प्रबंधन कर सकें. अस्पताल में रोगियों को दवा खरीदना न करना पड़े इसके लिए योजना पूर्व से तैयार करने का निर्देश दिया गया.
राज्य में वेयर हाउसेस की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया ताकि दवाओं का समुचित भंडारण हो सके. सभी अस्पतालों से मांग की प्राप्ति होने के बाद उसकी ससमय आपूर्ति करने एवं उसके अनुसार सप्लाइ चेन दुरुस्त करने का भी निर्देश दिया गया.
समीक्षा के दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को स्वास्थ्य सुविधाओं को और सुदृढ़ करने पर बल देते हुए बजट, कोविड-19 वैक्सीन प्रबंधन, ट्रांसर्पोटेशन,एएनएम की नियुक्ति और आयुष्मान भारत योजना के संबंध में कई दिशा-निर्देश दिया.
समीक्षा के क्रम में जहां चालू वित्तीय वर्ष में शत प्रतिशत राशि का व्यय करने का निर्देश देते हुए 2021-2022 के नन प्लान के बजट की समीक्षा की. एनएचएम के तहत राज्य के नौ जिला माॅडल अस्पतालों विकसित करने के लिए प्रशासनिक स्वीकृति दी जा चुकी है.
Posted by Ashish Jha
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