स्थानीय स्तर पर मिले रोजगार के अवसर
इन सड़कों का निर्माण होने से गांवों को हर मौसम में आसान संपर्क, बाजारों तक आसान पहुंच, स्कूलों और स्वास्थ्य केंद्रों तक सरल आवागमन जैसी मूलभूत सुविधाएं मुहैया होने लगेंगी. इस योजना के कार्यान्वयन से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उत्पन्न हुए हैं. वहीं, कृषि उत्पादों को एक बड़ा बाजार मिला है. आसान पहुंच ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नकदी का प्रवाह बढ़ाया है. ग्रामीण परिवारों की आय पर इसका सीधा असर पड़ा है.
किसानों को हो रहा यह फायदा
बता दें कि नई सड़कों ने किसानों को अपनी फसलें अब समय पर बाजारों तक पहुंचाने का एक सरल व सुगम रास्ता दिया है. इन सड़कों की मदद से कृषि उपज गुणवत्ता के साथ बाजारों में पहुंच रहे हैं. यही वजह है कि किसानों को उनकी उपज के उचित मूल्य मिलने लगे हैं. अगर ग्रामीण अंचलों की बात की जाए तो यहां छोटे व्यापार, दुग्ध व्यवसाय और ग्रामीण पर्यटन जैसे क्षेत्र भी इससे लाभान्वित हुए हैं.
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गांव की जीवनरेखा बन रही यह सड़कें
ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी के अनुसार मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना (एमएमजीएसयूवाइ) अब गांवों की जीवनरेखा बन गई है. यह योजना आम लोगों के रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक विकास से सीधे जुड़ी है. ग्रामीणों को यह सड़क विकास की मुख्यधारा से जोड़ रही है. बाकी बचे सड़कों का निर्माण भी आने वाले महीनों में तेजी से पूरा कर लिया जाएगा.
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