मनेर. अवैध बालू खनन को लेकर पुलिस से लेकर प्रशासन तक पूरी तरह से कार्रवाई में जुटा है. बावजूद बालू माफियाओं पर कार्रवाई करने में पुलिस नाकाम रह रही है. इधर बंदी के बाद बालू माफियाओं द्वारा काफी तादाद में अवैध तरीके से बालू को स्टॉक कर भंडारण किया गया. इस बात की जानकारी के बाद मनेर में आर्थिक अपराध इकाई के एसपी व जिला खनन पदाधिकारी के नेतृत्व में टीम ने बालू माफियाओं के खिलाफ सोन नदी में कार्रवाई करते हुए छापेमारी की. छापेमारी टीम को सूचना मिली थी कि मनेर के सोन नदी में बड़े पैमाने पर अवैध तरीके से अवैध बालू की निकासी कर भंडारण किया गया है. इसके बाद स्थानीय पुलिस के सहयोग से आर्थिक अपराध इकाई व जिला खनन पदाधिकारी के देखरेख में अवैध बालू स्टॉक मनेर स्थित सुअर मरवा व चौरासी छापेमारी करते हुए जांच की. इस कार्रवाई के दौरान 40 से ज्यादा जगहों पर भंडारण की गयी अवैध तरीके से 43,350 हजार सीएफटी बालू जब्त की है. वहीं इस मामले में पटना पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. बता दें कि बिहार में (एनजीटी) नेशनल ग्रीन टिब्यूनल ने नदियों में बालू निकालने पर 3 महीने तक प्रतिबंध लगाया है. इसके बावजूद बालू माफियाओं ने सोन नदी से अवैध तरीके बालू निकासी का स्टॉक कर रहे थे. बालू स्टॉक का कीमती दामों पर बालू बेचने की तैयारी कर रखी थी. जिसकी भनक लगते ही आर्थिक अपराध इकाई और जिला खनन विभाग की टीम ने छापेमारी की. हालांकि बालू माफिया मौके से फरार हो गये. आर्थिक अपराध इकाई के डीएसपी ने बताया कि बालू माफियाओं के खिलाफ लगातार छापेमारी की जा रही है. इस मामले में बालू माफियाओं को चिह्नित कर ली गयी है, जल्द ही गिरफ्तार किया जायेगा. इस मामले में आगे की कार्रवाई चल रही है.
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