संवाददाता, पटना प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण में लाभुकों का चयन करने के लिए राज्यभर में सर्वे कराया जा रहा है. तीन मार्च तक 70 लाख 93 हजार 576 लाभुकों का सर्वे हो चुका है. देश भर में अभी सबसे अधिक लाभुकों का सर्वे बिहार में ही हुआ है. इनमें पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, समस्तीपुर और गया में सर्वाधिक साढ़े तीन लाख से भी अधिक लाभुकों के नाम सर्वे के माध्यम से जोड़े गये हैं. अब इन लाभुकों की तीन स्तर पर जांच का आदेश दिया गया है. पहले सदस्यीय कमेटी जांच करेगी. फिर कंप्यूटर पर सभी कागजातों की समीक्षा होगी. इसके बाद ग्रामसभा के माध्यम से लाभुकों का अंतिम रूप से चयन होगा. 30 अप्रैल तक अभी सर्वे होना है. संभावना है कि एक करोड़ के आसपास लाभुकों के नाम सर्वे के माध्यम से आ सकते हैं. इन जिलों में सर्वाधिक लाभुकों का हुआ सर्वे गया में 398486, समस्तीपुर में 375448, मधुबनी में 345843, पूर्वी चंपारण में 397810, मुजफ्फरपुर में 309514 लाभुकों का सर्वे हुआ है. सीतामढ़ी में 235817, कटिहार में 221877, सारण में 285253, पूर्णिया में 232640, दरभंगा में 274086, भोजपुर में 206091, पटना में 281198, पश्चिम चंपारण में 252992, वैशाली में 272405, अररिया में 246282 और नवादा में 248991 लाभुकों के नाम जोड़े गये हैं. इन जिलों में एक लाख से अधिक लाभुक किशनगंज में 116367, भागलपुर में 183427, बेगूसराय में 178164, खगड़िया में 100514, सहरसा में 138874, सीवान में 175491, मधेपुरा में 164000, बांका में 144786, सुपौल में 169446 लाभुकों का सर्वे हुआ है. जबकि जमुई में 133349, नालंदा में 185615, कैमूर में 106408, औरंगाबाद में 133985 लाख लाभुकों का सर्वे किया गया है. मुंगेर व शेखपुरा में कम हुआ सर्वे शिवहर में 52354, लखीसराय में 51734, मुंगेर में 44742, गोपालगंज में 75681, बक्सर में 81067, जहानाबाद में 76244, अरवल में 67637, शेखपुरा में 34655 और रोहतास में 97093 लाभुकों का सर्वे हुआ है. 26 फीसदी एससी-एसटी व सवा लाख भूमिहीन लाभुक अब तक हुए सर्वे में 26 फीसदी लाभुक एससी-एसटी वर्ग के हैं. 1 लाख 24 हजार से अधिक भूमिहीन हैं. 52 लाख 44 हजार 857 लाभुक दूसरे वर्ग के हैं.
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