नालंदा जिले की रहने वाली कोमल की पोस्टिंग संपतचक थाना में थी. हादसे के वक्त वह अपने दो सहयोगियों, एसके पुरी थाने के सब-इंस्पेक्टर दीपक मणि और एएसआई अवधेश कुमार के साथ अटल पथ पर चेकिंग ड्यूटी पर थीं. तभी एक बेकाबू स्कॉर्पियो ने उन्हें कुचल दिया. कोमल की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दोनों अधिकारी अस्पताल में जिंदगी से जूझ रहे हैं.
परिवार की इकलौती उम्मीद थी कोमल
कोमल चार साल पहले ही पुलिस सेवा में भर्ती हुई थीं और घर की इकलौती कमाने वाली सदस्य थीं. पिता पंजाब में मजदूरी करते हैं और घर में मां के साथ चार छोटी बहनें हैं. मां रंजू देवी ने बताया कि कोमल बीते चार दिनों से छुट्टी की मांग कर रही थी ताकि वह घर आकर परिवार के साथ समय बिता सके, लेकिन ड्यूटी की पुकार ने उसे रोका रखा. अफसोस कि यह ड्यूटी उसकी आखिरी साबित हुई.
ड्राइवर गिरफ्तार, जांच जारी
घटना के तुरंत बाद स्कॉर्पियो में सवार दो लोगों को पुलिस ने मौके पर ही हिरासत में ले लिया. फरार ड्राइवर निखिल राज को भी पुलिस ने छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया है. मामले की जांच जारी है.
सियासी बयानबाजी भी शुरू
राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने इस घटना को कानून व्यवस्था की विफलता बताया और कहा कि जब राजधानी में वर्दीधारी भी सुरक्षित नहीं, तो आम जनता का क्या होगा? कोमल अब केवल एक नाम नहीं, वह कर्तव्य के लिए बलिदान देने वाली उन चुनिंदा महिलाओं में शामिल हो गई हैं, जो आखिरी सांस तक फर्ज निभाती हैं.
(सहयोगी सुमेधा श्री की रिपोर्ट)
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