संवाददाता, पटना पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में कुलपति के रूप में प्रो शरद कुमार यादव के आगमन के साथ ही कार्य संस्कृति में सकारात्मक बदलाव दिखने लगा. पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने सबसे पहले वर्षों से लंबित शिक्षकों के प्रमोशन की प्रक्रिया को गति दी और कई शिक्षकों को समय पर प्रोन्नति का लाभ मिला. इससे विश्वविद्यालय में कार्यरत शिक्षकों में खुशी की लहर है और अकादमिक माहौल भी बेहतर हुआ है. प्रो यादव का कहना है कि योग्यताओं का सम्मान विश्वविद्यालय प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए. इसी सोच के तहत उन्होंने पदभार संभालते ही सबसे पहले लंबित मामलों की समीक्षा की और प्राथमिकता के आधार पर निर्णय लेने की प्रक्रिया शुरू की. शिक्षकों के बाद अब विश्वविद्यालय कर्मियों की प्रोन्नति की बारी है. उन्होंने भरोसा दिलाया है कि कर्मचारियों के प्रमोशन से जुड़े सभी मामलों पर जल्द सकारात्मक निर्णय लिया जायेगा. पारदर्शिता और जवाबदेही पर जोर प्रो शरद कुमार यादव के कार्यकाल की एक और खासियत पारदर्शिता और जवाबदेही है. विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कामकाज में पारदर्शिता लाने के लिए उन्होंने कई नयी पहल शुरू की है. फाइलों के निपटारे की समयसीमा तय की गयी है और अनावश्यक देरी रोकने के लिए मॉनिटरिंग सिस्टम को मजबूत किया गया है. इससे छात्रों, शिक्षकों और कर्मियों को अब अपनी समस्याओं के समाधान के लिए बार-बार कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते. डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा प्रो यादव ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कार्यों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाने के प्रयास तेज किए हैं. नामांकन से लेकर प्रमाण पत्र निर्गमन तक की प्रक्रिया को ऑनलाइन करने की दिशा में ठोस पहल की जा रही है. इससे छात्रों को बड़ी सुविधा मिली है और विश्वविद्यालय का कामकाज भी अधिक व्यवस्थित हुआ है. शैक्षणिक माहौल को सुदृढ़ करने पर विशेष ध्यान शैक्षणिक गुणवत्ता को लेकर भी प्रो यादव सजग हैं. उन्होंने नियमित कक्षाओं के संचालन, पाठ्यक्रम की समीक्षा और सेमेस्टर परीक्षाओं के समय पर आयोजन के लिए सभी संबंधित इकाइयों को स्पष्ट निर्देश दिया है. समय पर परीक्षाएं और परिणाम जारी करने की दिशा में भी सुधार हुआ है. कुलपति की कार्यशैली से मिली नयी ऊर्जा प्रो शरद कुमार यादव की कार्यशैली में स्पष्टता, दृढ़ता और संवेदनशीलता का संतुलन दिखायी देता है. उनके नेतृत्व में विश्वविद्यालय में सुशासन की उम्मीद जगी है. शिक्षकों, कर्मियों और छात्रों में उनका नेतृत्व विश्वास पैदा कर रहा है. आने वाले दिनों में उनके नेतृत्व में विश्वविद्यालय और भी ऊंचाइयों को छूने की ओर अग्रसर होगा.
संबंधित खबर
और खबरें