क्या-क्या फायेदा होगा
हवाई सेवाओं के विस्तार से जहां राज्य के नागरिकों को यात्रा अनुभव बढ़ेगा वहीं औद्योगिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा और पर्यटन तथा उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसर मिलेंगे.
पटना, गया और दरभंगा एयरपोर्ट के अलावा अन्य हवाई अड्डों पर भी नई दर लागू होगी. वाणिज्य कर विभाग के आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 में एटीएफ से कुल वैट संग्रह 62.28 करोड़ था, जो विभाग के कुल राजस्व का मात्र 0.16 फीसदी था. वहीं,वर्ष 2024-25 में यह 71.67 करोड़ रहा, जो मात्र 0.17 फीसदी के करीब है.
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क्या बोले सम्राट चौधरी
सम्राट चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार की दर घटाने संबंधी अनुरोध पर राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया. उन्होंने कहा कि इसके पहले केवल रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस ) के तहत 1% और गया एयरपोर्ट के लिए 4% वैट दर लागू थी.
अब यह सुविधा दूसरे सभी हवाई अड्डों को भी मिलेगी. चौधरी ने बताया कि बिहार में एटीएफ पर 29% वैट दर उतर प्रदेश, झारखंड, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र आदि राज्यों की तुलना में ज्यादा थी. इस वजह से वायुयान कंपनियों द्वारा उन्हीं राज्यों में एटीएफ का क्रय कर लिया जाता था जहां वैट की दर कम है.
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