अबतक 4219 ज्वेलर्स ने लिया लाइसेंस
एक जुलाई 2021 को सोने-चांदी के गहनों के लिए हॉलमार्किंग को अनिवार्य किया गया था. इतने वर्ष गुजर जाने के बाद अब तक 4219 ज्वेलर्स ने सोने व चांदी के लिए 601 ज्वेलर्स ने हॉलमार्किंग लाइसेंस भारतीय मानक ब्यूरो के क्षेत्रीय कार्यालय से लाइसेंस लिया है. अब तक सबसे अधिक लाइसेंस लेने वाले जिलों में पटना, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, रोहतास, समस्तीपुर शामिल हैं. सबसे कम लाइसेंस लेने वाले जिलों में शिवहर, अरवल, जमुई, जहानाबाद, कैमूर शामिल हैं.
23 जिलों में हॉलमार्किंग अनिवार्य
बिहार में अब तक तीन चरणों में 23 जिलों में हॉलमार्किंग अनिवार्य की गयी है. पहले चरण में 13 जिले, दूसरे चरण में दो और तीसरे चरण में आठ जिलों में हॉलमार्किंग को अनिवार्य किया जा चुका है. चौथे चरण में 15 जिले अररिया, अरवल, औरंगाबाद, बांका, गोपालगंज, जमुई, जहानाबाद, कैमूर, कटिहार, लखीसराय, शेखपुरा, शिवहर, सुपौल, वैशाली और पश्चिम चंपारण में हॉलमार्किंग अनिवार्य होनी है. मिली जानकारी के अनुसार 80 फीसदी ज्वेलर्स ने जीएसटी नंबर नहीं ले रखा है. इसके कारण वे बिना हॉलमार्क के सोने-चांदी के गहने बेच रहे हैं.
किन जिलों में कितने लाइसेंस लिये गये
औरंगाबाद – 123
बेगूसराय – 157
भागलपुर- 143
भोजपुर- 100
दरभंगा- 241
गया- 125
मुंगेर- 155
मुजफ्फरपुर – 285
नवादा- 135
नालंदा- 126
पटना- 888
रोहतास- 192
समस्तीपुर- 192
सारण- 168
सीतामढ़ी – 128
वैशाली- 105
सबसे कम लाइसेंस लेने वाला जिला
शिवहर- 4
अरवल – 5
जमुई- 14
जहानाबाद- 13
कैमूर- 17
किशनगंज- 22
सुपौल – 24
बांका- 28
अररिया- 34
पश्चिम चंपारण- 33
शेखपुरा- 34
बक्सर- 37
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