क्या है योजना?
बिहार सरकार की इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को स्वरोजगार शुरू करने के लिए राज्य सरकार उनके बैंक खातों में 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी. यह सहायता पूरी तरह से अनुदान के रूप में दी जाएगी, यानी इसे वापस लौटाने की आवश्यकता नहीं होगी. जरूरत पड़ने पर यह राशि बढ़ाई भी जा सकती है.
किन्हें मिलेगा लाभ?
इस योजना का लाभ सभी जातियों और समुदायों के गरीब परिवारों को मिलेगा, जिनमें सवर्ण, पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित, महादलित और मुस्लिम समुदाय शामिल हैं. पात्रता के लिए आवेदक का नाम 2023 की जातीय जनगणना में दर्ज होना जरूरी है, साथ ही वह गरीबी रेखा (BPL) से नीचे आता हो.
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जरूरी डाक्यूमेंट्स:
योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को कुछ जरुरी दस्तावेज प्रस्तुत देने होंगे…
बिहार राज्य का आधार कार्ड
आय प्रमाण पत्र
जाति प्रमाण पत्र
बैंक खाता विवरण
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क्या है बिहार का जातीय समीकरण
बिहार में साल 2023 की जाति आधारित जनगणना के मुताबिक यहां की कुल आबादी लगभग 13 करोड़ 7 लाख है. इस जनगणना की रिपोर्ट 2 अक्टूबर 2023 को सार्वजानिक की गई थी. इसमें बताया गया था कि बिहार में अति पिछड़ा वर्ग के 36.01%, पिछड़ा वर्ग के 27.12%, अनुसूचित जाति के 19.65%, अनुसूचित जनजाति के 1.68% और सामान्य वर्ग के 15.52% लोग हैं.
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