नेताओं का टारगेट केवल मतदाता
सूत्रों के अनुसार एनडीए नेता और कार्यकर्ता अब जिला, प्रखंड, पंचायत और बूथ स्तर तक पहुंचकर सात निश्चय की सभी योजनाओं से आम लोगों को अवगत करवा रहे हैं. साथ ही नीतीश सरकार की उपलब्धियों की जानकारी देकर आगे भी जनता के लिए काम करने का अवसर प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं. इन नेताओं का टारगेट केवल मतदाता हैं. इसके क्षेत्र विशेष और मतदाताओं के आधारित अलग-अलग ग्रुप बनाकर अभियान में लगाया गया है. यदि महिला मतदाताओं तक सरकारी योजनाओं की जानकारी पहुंचाने या संवाद करने की बात आती है तो इसके लिए एनडीए घटक दलों के महिला नेताओं और कार्यकर्ताओं की टोली जाती है. इसी तरह यदि अतिपिछड़ा, पिछड़ा, अल्पसंख्यक या सवर्ण वर्ग के मतदाताओं तक पहुंचने की योजना बनती है तो उस वर्ग से संबंधित नेता या कार्यकर्ता ही अधिकतम संख्या में वहां पहुंच रहे हैं.
महिला नेताओं व कार्यकर्ताओं ने दी जानकारी
हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद के महिला आरक्षण संबंधी निर्णय की जानकारी आम महिलाओं तक पहुंचाने के लिए एनडीए नेता व कार्यकर्ता डोर-टू-डोर पहुंच रही हैं. इसमें महिलाओं को बताया जा रहा है कि सरकारी सेवाओं में 35 फीसदी आरक्षण का लाभ महिलाओं को मिल तो रहा था, लेकिन अब यह सुनिश्चित किया गया है कि इसका सीधा फायदा बिहार की मूल निवासी महिलाओं को ही मिले. इससे बाहर से आकर आवेदन करने वालों को रोका जाएगा और स्थानीय महिलाओं को सरकारी अवसरों में प्राथमिकता दी जाएगी. यह निर्णय नीतीश सरकार की उन तमाम योजनाओं का हिस्सा है, जो महिलाओं के उत्थान के लिए समर्पित हैं. इससे आज महिलाएं आर्थिक तौर पर सशक्त तो हो ही रही हैं, साथ ही समाज में आत्मसम्मान का जीवन जी रही हैं.
Also Read: छठ के बाद बिहार में विधानसभा चुनाव के आसार, 22 साल बाद आयोग जांच रहा वोटर लिस्ट