बिहार में गंगा का जलस्तर पिछले दिनों हर जिले में तेजी से बढ़ा. पानी निचले इलाकों में फैला तो बाढ़ की चिंता अधिक सताने लगी. वहीं बुधवार को हर जिले में गंगा के तेवर थोड़े नरम दिखे. बक्सर के चौसा से गंगा बिहार में प्रवेश करती है. बक्सर से लेकर पटना और भागलपुर तक गंगा के जलस्तर में कमी देखी गयी. जिससे बाढ़ का खतरा फिलहाल टला है. फरक्का बराज के सभी 108 गेट खोल दिए गए तो उसका असर भी देखने को मिला है.
बक्सर में गंगा का जलस्तर
बक्सर में गंगा के जलस्तर में दो सेंटीमीटर प्रति घंटे के हिसाब से कमी बुधवार को देखी गयी.केंद्रीय जल आयोग के आंकड़े के अनुसार, गुरुवार की सुबह 6 बजे बक्सर में गंगा का जलस्तर 58.89 सेंटीमीटर दर्ज हुआ. यहां खतरे का निशान 60.32 सेमी है.
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पटना में गंगा का जलस्तर
पटना के गांधीघाट पर गंगा का जलस्तर 48.58 सेंटीमीटर दर्ज हुआ है जो चेतावनी स्तर 47.6 से ऊपर और खतरे के निशान 48.60 सेमी से थोड़ा ही नीचे है. बुधवार सुबह 8 बजे यहां का जलस्तर 48.20 सेमी रहा था. पटना के दीघाघाट पर गंगा चेतावनी बिंदु के ऊपर और खतरे के निशान से नीचे बह रही है. जबकि हाथीदह में गंगा खतरे के निशान 41.76 सेमी से ऊपर 42.03 सेमी पर बह रही है. बुधवार सुबह 8 बजे गंगा का जलस्तर यहां 41.78 सेमी दर्ज हुआ था. पटना में गंगा के जलस्तर में कल कमी देखी जा सकती है.
मुंगेर में आज गंगा का जलस्तर
मुंगेर में गंगा का जलस्तर आज सुबह 6 बजे 38.52 सेमी दर्ज हुआ जो चेतावनी बिंदु से ऊपर है. कल शाम तक इसके जलस्तर में कमी देखी जा सकती है. भागलपुर में गुरुवार की सुबह गंगा 33.38 सेमी पर बह रही थी. यहां चेतावनी बिंदु 32.68 सेमी है. भागलपुर के कहलगांव में गंगा 31.55 सेमी पर बह रही है. यहां डेंजर लेवल 31.09 सेंटीमीटर है. इसके जलस्तर में कल शुक्रवार को शाम 4 बजे तक 5 सेंटीमीटर तक की कमी होने की संभावना है.
बेगूसराय और लखीसराय में गंगा का जलस्तर
बेगूसराय में गंगा का जलस्तर पिछले तीन दिनों से स्थिर है. लेकिन दियारा इलाके के लोगों की मुश्किलें कम नहीं हो रही. बलिया प्रखंड से जोड़ने वाली तमाम मुख्य सड़कों पर बाढ़ का पानी फैला हुआ है. लखीसराय में भी गंगा नदी का जलस्तर स्थिर है. एकतरफ जहां प्रशासन अलर्ट मोड पर है और लगातार निगरानी पर लगी है तो दूसरी ओर किसानों का कहना है कि जलस्तर में कमी आयी है तो परेशानी भी घटी है.