रैयत साक्ष्य लेकर ग्रामसभा में आयें
जिला बंदोबस्त पदाधिकारी अरुण कुमार झा ने बताया कि जिन रैयतों द्वारा बिहार विशेष सर्वेक्षण कार्यक्रम के तहत अपने अपने जमीन का स्व घोषणा एवं साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराया गया. ऐसे लोगों को रैयती खाते की जमीन गैरबंदोस्त कर सरकारी घोषित कर दिया. जिनका रैयती जमीन सरकारी घोषित हो गया है. रैयत साक्ष्य नहीं दे पाये थे. वे ग्राम सभा में साक्ष्य जमा कर दें. साक्ष्य के आलोक में पुन: रैयतों के नाम जमीन कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि रैयतों को भविष्य में होने वाली परेशानियों से बचाने के लिए अंतिम अवसर दिया जा रहा है. उन्होंने रैयतों से अपील करते हुए कहा कि निर्धारित तिथि को ग्राम सभा में जमीन से संबंधित साक्ष्य जमा कर दें. उन्होंने बताया कि ग्राम सभा में एएसओ, शिविर प्रभारी, कानून गो तथा अमीन मौजूद रहेंगे.
इन राजस्व गांव का अंतिम प्रकाशन के लिए भेजा विभाग
बताया जाता है कि प्रथम चरण में 19 गांव के गजट नोटिफिकेशन के लिए भूमि एवं राजस्व सुधार विभाग भेजा गया है. जिसमें से दो सर्वस्ता मौजा राजधान करारी व हरप्रसाद गांव शामिल है. इसके अलावे गोगरी प्रखंड के शिरनियां, लतरा, मोहरा, इमादपुर, फुलवरिया, गाविंदपुर, फुदकीचक, शिरनियां, शिरनियां, कुंडा, सिरामनहरपुर, तौर, मरांची, पितौंझिया, सिरजुआ, भिमरी चौथम प्रखंड के अग्रहरण गांव का अंतिम प्रकाशन किया जा रहा है.
गजट नोटिफिकेशन के बाद बनाया जाएगा रजिस्टर टू
बताया जाता है कि उपरोक्त राजस्व गांव का गजट नोटिफिकेशन के बाद रजिस्टर टू बनाया जाएगा. रजिस्टर टू अंचल कार्यालय में बनेगा. जिसके आधार पर राजस्व का सभी कार्य किया जाएगा. रजिस्टर टू बनने के बाद भू-स्वामियों को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं होगी. फिलहाल 17 राजस्व गांव का नोटिफिकेशन के बाद रजिस्टर टू बनाए जाने की संभावना है.
सर्वस्ता खतियान रैयतों को हो रही परेशानी
जमीनदारों द्वारा तैयार किये गए सर्वस्ता खतियान के कारण किसानों को परेशानी हो रही है. सर्वस्ता खतियान के आधार पर जमीन सर्वेक्षण पर रोक लगा हुआ है. बेलदौर, अलौली एवं गोगरी प्रखंड के हजारों किसानों को परेशानी हो रही है. तीन अंचल के 14 राजस्व ग्राम में पड़ने वाले हजारों एकड़ भूमि के सर्वे पर तत्काल रोक लगाई गई है. इन सभी राजस्व ग्राम में सर्वस्ता खतियान पर हो रहे सर्वे को लेकर विभाग से मार्गदर्शन मांगा गया है. बताया जाता है कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग से निदेश मिलने के बाद ही राजस्व ग्राम में जमीन सर्वेक्षण का कार्य शुरु होगा. बताया जाता है कि अलौली अंचल के दो, गोगरी अंचल के तीन तथा बेलदौर अंचल के नौ सहित कुल 14 राजस्व ग्राम में जमीन सर्वे पर तत्काल रोक लगाई गई है.
त्रुटि पाये जाने पर होगी कार्रवाई
बताया जाता है कि ऐसे राजस्व गांव जिनका वर्तमान अंतिम अधिकार अभिलेख ( प्रपत्र-20 ) नहीं हुआ है. प्रपत्र 20 प्रकाशन से पहले जांच करना है कि उक्त मौजा में न तो सरकारी खाते की जमीन रैयती हुआ ना ही रैयती खाते की जमीन सरकारी हुआ है. किसी प्रकार की त्रुटि पाये जाने पर जाने पर गंभीरता से लिया जाएगा. जबावदेही निर्धारित कर कार्रवाई की जाएगी.
सुधार के लिए मौजावार ग्राम सभा की तिथि
ग्राम सभा- मौजा- तिथि-
चौथम अग्रहण 1 मार्च 2025
गोगरी मरांची 4 मार्च 2025
सिरामनहरपुर 7 मार्च 2025
कुंडा 11 मार्च 2025
शिरनियां 18 मार्च 2025
फुदकीचक 21 मार्च 2025
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