Battery Energy Storage System से मिलेगी राहत
यह योजना केंद्र और राज्य सरकार की साझेदारी से चलाई जा रही है, जिसमें उन्नत बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (Battery Energy Storage System – BESS) का उपयोग किया जाएगा. इस सिस्टम के तहत 125 मेगावाट की बैटरियां 15 शहरों के ग्रिड सब-स्टेशनों में लगाई जाएंगी, जो कुल 500 मेगावाट-घंटा ऊर्जा स्टोर करेंगी. बिजली जाने की स्थिति में ये बैटरियां चार घंटे तक निर्बाध आपूर्ति देंगी. यह पूरी परियोजना वायबिलिटी गैप फंडिंग (VGF) स्कीम के तहत संचालित की जा रही है, जिसके अंतर्गत केंद्र सरकार 135 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दे रही है.
इन शहरों को मिलेगा सीधा लाभ
इस योजना के तहत जिन शहरों को शामिल किया गया है, वे हैं: मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया, भागलपुर (नया), सीतामढ़ी, फतुहा, मुशहरी, उदाकिशुनगंज, जमुई (नया), अस्थावां (नालंदा), जहानाबाद, रफीगंज, शिवहर, सीवान (नया), किशनगंज और बांका (नया). अब तक 6 स्थानों पर टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और बाकी पर काम जारी है. यह सिस्टम सोलर और विंड एनर्जी से जुड़ा होगा, जिससे अक्षय ऊर्जा का उपयोग कर पर्यावरण को भी लाभ मिलेगा.
ALSO READ: Bihar News: बिहार के इस जिले में बन रही सिक्स लेन सड़क, लोगों को जाम से मिलेगी मुक्ति