रथ की सजावट और विशेषताएं
इस भव्य रथ की निर्माण प्रक्रिया में ओडिशा से आए कुशल कारीगरों ने हिस्सा लिया. रथ पर सुंदर पेंटिंग की गई है, जिसमें ‘हरे कृष्णा’, ‘जय जगन्नाथ’, ‘जय बलदेव’ और ‘जय सुभद्रा’ अंकित है. इसके चक्कों पर शंख, गदा और पद्म जैसे आकर्षक डिजाइन बनाए गए हैं. रथ के ऊपर स्थापित गदा मायापुर से मंगाई गई है, जो इसे विशेष बनाती है. इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को भी आमंत्रित किया गया है.
ओडिसी नृत्य से होगी शुरुआत
रथ यात्रा की शुरुआत दोपहर 2 बजे ओडिसी नृत्य के मंगलाचरण से होगी. यह नृत्य ओडिशा के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा और भगवान जगन्नाथ को अत्यंत प्रिय माना जाता है. दिल्ली और बनारस से विशेष कीर्तन मंडलियां भी इस आयोजन में हिस्सा लेंगी.
रूट और भंडारे की व्यवस्था
यह रथ यात्रा इस्कॉन मंदिर से शुरू होकर तारामंडल, इनकम टैक्स गोलंबर, विद्युत भवन, हाईकोर्ट, बिहार म्यूजियम, पटना वीमेंस कॉलेज, कोतवाली, डाक बंगला चौराहा, मौर्या लोक होते हुए वापस इस्कॉन मंदिर लौटेगी. यात्रा के दौरान प्रसाद वितरण की भी योजना है, जिसमें मूंगफली, मिश्री और सौंफ के पैकेट भक्तों को वितरित किए जाएंगे. वापसी पर विशाल भंडारा आयोजित किया जाएगा, जिसमें पूरी, दाल, चावल, सब्जी, खीर और मिठाइयों की व्यवस्था रहेगी.
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