बेकार गाड़ियों पुन: इस्तेमाल
आमजनों को सुविधा देने वाला पिंक टॉयलेट, लू कैफे एवं निगम नीर एवं मेवहॉल एम्बुलेंस की गाड़ियां पटना नगर निगम की वेस्ट गाड़ियों से तैयार कर सफल पूर्वक इस्तेमाल किया जा रहा है. जबकि स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के अंतर्गत सिटीजन फीडबैक कैटेगरी में पटना को चौथा स्थान मिला है. यह स्थान न केवल सरकारी प्रयासों का परिणाम है, बल्कि इसमें शहरवासियों की जागरूकता और भागीदारी ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
जनजागरुकता ने दिखाया कमाल
पटना नगर निगम ने मोबाइल ऐप, सोशल मीडिया पोस्ट, नुक्कड़ नाटक, जागरूकता रैलियां, और स्कूलों-कॉलेजों में प्रतियोगिताएं आयोजित कर आम लोगों को इस मुहिम से जोड़ा. निगम की टीम ने घर-घर जाकर लोगों से फीडबैक फॉर्म भरवाए. इससे न केवल सर्वेक्षण में भागीदारी बढ़ी बल्कि स्वच्छता के प्रति नागरिकों की सक्रियता भी गहरी हुई.
घर-घर जाकर कचरा कलेक्शन
निगम ने बीते कुछ वर्षों में सफाई व्यवस्था को प्रभावी और टिकाऊ बनाने के लिए डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन, सूखे और गीले कचरे का पृथक्करण, कंपोस्टिंग यूनिट्स की स्थापना, और वॉशरूम मैनेजमेंट सिस्टम को मजबूत करने जैसे अहम फैसले लिए हैं.
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आधुनिक तकनीक से स्मार्ट निगरानी प्रणाली
निगम ने सफाई व्यवस्था और जल निकासी जैसे कार्यों की निगरानी को अधिक प्रभावी और त्वरित बनाने के लिए सभी 75 वार्डों में हाईटेक वॉकी-टॉकी उपकरणों का उपयोग शुरू किया है.
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