बता दें कि, मोहिनी कुमारी की मौत 7 नवंबर, गीता कुमारी की मौत 10 नवंबर को और तीसरी लड़की की मौत 13 नवंबर को हुई है. प्रशासन ने दावा किया है कि खिचड़ी खाने के बाद सभी लड़कियों की तबीयत बिगड़ी थी.
जांच रिपोर्ट में कमिटी ने बताया कि फूड पॉइजनिंग से बिगड़ी तबीयत
इस मामले में डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कमेटी गठित कर जांच की कार्रवाई की. कमेटी में जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी के सदस्य शामिल थे. कमेटी ने जांच रिपोर्ट में बताया कि, आसरा गृह में 7 नवंबर को फूड पॉइजनिंग की वजह से लड़कियों की तबीयत बिगड़ी थी.
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शेल्टर होम में अभी भी 44 बच्चियां मौजूद
पटना सदर की ANM रेखा सिंह ने बताया कि शेल्टर होम में अभी भी 44 बच्चियां मौजूद हैं. इस हादसा के बाद बाल संरक्षण आयोग की टीम पूरी तरह से एक्टिव हो गई है. बाल संरक्षण आयोग के चेयरमैन डॉ. अमरदीप अपनी टीम के साथ आसरा गृह पहुंच घटना की जानकारी लेंगे.