पटना में बड़ी बैठक
इस बैठक में राज्य में होनेवाले अपराध की बिंदूवार समीक्षा होगी. एक से 20 मई के बीच रेंज के अंतर्गत आने वाले जिलों में घटित गंभीर आपराधिक मामलों जैसे हत्या, डकैती, लूट, आर्म्स एक्ट और पॉक्सो में कितने आरोपियों की गिरफ्तारी हुई और कितने अब भी फरार हैं इसकी भी रिपोर्ट मांगी गयी है. डीजीपी पूर्व में निर्देश दे चुके हैं कि पुलिस पर हमला करने वालों को तुरंत चिह्नित कर सख्त कार्रवाई की जाए. अब यह भी परखा जाएगा कि जिलों ने उन निर्देशों पर क्या अमल किया.
इन प्रमुख बिंदुओं पर होगी जानकारी की मांग
- अवैध संपत्ति- अपराध से अर्जित संपत्ति की जब्ती और संबंधित प्रस्तावों की स्थिति
- सांप्रदायिक हिंसा और विधि व्यवस्था- कितने मामले लंबित और कितनी गिरफ्तारी हुई
- पुलिस पर हमले और भीड़ हिंसा- कितने मामले लंबित, वैज्ञानिक साक्ष्य सहित केस की स्थिति
- हर्ष फायरिंग- कितने केस दर्ज हुए, कितनों में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की
- विवेचना में लापरवाही- पुलिस पर हमले के मामलों में वैज्ञानिक साक्ष्य वाले मामलों की सूची अब तक क्यों नहीं भेजी गई
नवगछिया के बाद नहीं हुई है जब्ती की कार्रवाई
अगस्त 2023 में नवगछिया पुलिस जिला के गोपालपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले कुख्यात अपराधी अखिलेश यादव, जयनंदन यादव और दिनेश यादव की 2.08 करोड़ रुपये की अपराध जनित संपत्ति जब्त की गई थी. ईडी की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया था कि संगठित आपराधिक गिरोहों ने कैसे अपराधों से अकूत संपत्ति बनाई है. अप्रैल 2023 में इन अपराधियों से पूछताछ भी की गई थी.
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