ट्विटर, व्हाट्सएप या फेसबुक के जरिए भी बिहार पुलिस से कर सकेंगे शिकायत, योजना पर चल रहा काम

सोमवार को एडीजी (मुख्यालय) गंगवार ने बताया कि पुलिस मुख्यालय के सोशल मीडिया हैंडल्स से सूचनाओं के आदान-प्रदान को लेकर मैकेनिज्म डेवलप करने की कोशिश कर रहे हैं. इससे पहले बिहार पुलिस के नाम से मिलते-जुलते सोशल मीडिया अकाउंट चलाने वाले लोगों को अकाउंट बंद करने की चेतावनी दी गयी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2022 3:02 AM
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नये साल में आम लोग बिहार पुलिस मुख्यालय के सोशल मीडिया हैंडल यानी ट्विटर, फेसबुक या वाट्सअप से जुड़ कर अपनी शिकायत कर सकेंगे. इनके माध्यम से महत्वपूर्ण सूचनाओं का आदान-प्रदान भी होगा. इन सोशल मीडिया हैंडल को यूजर फ्रेंडली बनाने और इनके माध्यम से मिलने वाली शिकायतों के तत्काल निबटारे को लेकर पुलिस मुख्यालय मैकेनिज्म डेवलप करने में जुटी है.

सोमवार को एडीजी (मुख्यालय) जेएस गंगवार ने बताया कि पुलिस मुख्यालय के सोशल मीडिया हैंडल्स से सूचनाओं के आदान-प्रदान को लेकर मैकेनिज्म डेवलप करने की कोशिश कर रहे हैं. इससे पहले बिहार पुलिस के नाम से मिलते-जुलते वाट्सअप ग्रुप या फेसबुक ट्विटर अकाउंट चलाने वाले लोगों को चेतावनी दी गयी है कि वे ऐसे अकाउंट बंद कर दें.

मुख्यालय की जानकारी में ऐसे कई अकाउंट हैं, जिनमें बिहार पुलिस का आधिकारिक लोगो, चित्र या मिलते-जुलते नाम रखे गये हैं. ऐसे लोगों को एक जनवरी तक की मोहलत दी गयी है कि वे इन अकाउंट को बंद कर दें, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि वर्तमान में बिहार पुलिस का ट्विटर पर एकमात्र वेरिफाइड अकाउंट है, जिस पर आधिकारिक सूचनाएं दी जा रही हैं.

सारण जहरीली शराब कांड में दो मामले दर्ज

सारण के जहरीली शराब कांड में अब तक दो एफआइआर जिले के मशरख और इशुआपुर थाने में दर्ज करायी गयी है. इस मामले में मुख्य अभियुक्त व मास्टरमाइंड राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर सहित 15 लोग गिरफ्तार कर जेल भेजे गये हैं. एडीजी (मुख्यालय) जेएस गंगवार ने बताया कि एसआइटी ने मिलावटी शराब के मुख्य आपूर्तिकर्ता तथा निर्माणकर्ता राजेश सिंह को उनके सहयोगी सोनू गिरी, शैलेंद्र राय, संजय महतो व अर्जुन महतो के साथ गिरफ्तार कर लिया है.

अनुसंधान में सामने आया है कि राजेश सिंह विभिन्न प्रकार की होम्योपैथिक दवा व रसायन को उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से सारण जिला में ट्रांसपोर्ट व अन्य माध्यमों से फर्जी नाम व पता पर सारण मंगाता था. फिर उसे शराब बना कर बेचता था. कांड में गिरफ्तार वितरणकर्ता अर्जुन सिंह ने इन मिलावटी शराब के कार्टून को इसुआपुर के अगोथर व अन्य जगहों पर पहुंचाया. उसकी निशानदेही पर मिलावटी शराब बनाने हेतु लाये गये 50 होम्योपैथिक दवा व रसायन से भरे हुए सीलबंद बोतल व 13 खाली बोतल जब्त किये गये. बरामद एवं जब्त बोतल में सीलबंद दवा-रसायन की जांच विधि-विज्ञान प्रयोगशाला में करायी जा रही है.

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