चुनाव की रणनीति और अनुशासन पर जोर
चूंकि आगामी विधानसभा चुनाव नज़दीक हैं, यह बैठक बेहद अहम हो गई है. इसमें पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने, अनुशासन बनाए रखने, और कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की रणनीति पर विचार होगा. साथ ही पंचायत, प्रखंड और जिला स्तर पर हाल ही में चुने गए पदाधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी. चुनावी प्रचार, अभियान और सामाजिक वर्गों को साधने की योजना पर भी मंथन होगा.
मंगनी लाल मंडल होंगे नए प्रदेश अध्यक्ष
इस बैठक का सबसे अहम मोमेंट है RJD के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक मंगनी लाल मंडल का नाम लगभग तय हो गया है. वे अति पिछड़ा वर्ग (EBC) से आते हैं और इस वर्ग की बिहार में जनसंख्या लगभग 36% है. पार्टी की यह चाल स्पष्ट रूप से सामाजिक समीकरण साधने और EBC वोटबैंक को अपनी ओर खींचने की दिशा में एक ठोस कदम मानी जा रही है.
राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन और रणनीतिक संदेश
राजद इस बैठक के ज़रिए एक बड़ा राजनीतिक संदेश देना चाहती है. लालू यादव की सक्रियता कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने का काम करेगी. तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पार्टी अब पिछड़े वर्गों को एकजुट करने और विपक्षी दलों पर दबाव बनाने की रणनीति पर तेजी से आगे बढ़ रही है. बैठक को एक तरह से चुनावी बिगुल के तौर पर भी देखा जा रहा है.
5 जुलाई को स्थापना दिवस
RJD की राजनीतिक सक्रियता सिर्फ इसी बैठक तक सीमित नहीं है. पार्टी 5 जुलाई को अपना 28वां स्थापना दिवस मनाएगी. इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का भी चुनाव किया जाएगा. लालू यादव 23 जून को नामांकन करेंगे और माना जा रहा है कि उन्हें फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाएगा. यह कदम पार्टी को और अधिक एकजुट और संगठित करने की दिशा में अहम साबित होगा.
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