मंगनी लाल मंडल बन सकते हैं नए अध्यक्ष
सूत्रों के अनुसार, JDU छोड़कर RJD में शामिल हुए मंगनी लाल मंडल इस बार अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. अगर उनका नामांकन होता है, तो उनका निर्विरोध चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है, क्योंकि RJD में पारंपरिक रूप से चुनाव नहीं, बल्कि सर्वसम्मति से चयन होता है. यदि ऐसा होता है, तो मंगनी लाल पार्टी के सातवें प्रदेश अध्यक्ष और EBC (अति पिछड़ा वर्ग) से आने वाले पहले नेता बनेंगे.
RJD की सामाजिक समीकरण साधने की रणनीति
मंगनी लाल मंडल का चयन सिर्फ एक नामांकन नहीं, बल्कि RJD की सामाजिक समीकरण साधने की सोची-समझी रणनीति मानी जा रही है. वह धानुक जाति से आते हैं, जो अति पिछड़ा वर्ग में आती है. इस वर्ग की पकड़ उत्तर बिहार के मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर जिलों में खास मानी जाती है. यह क्षेत्र 2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के लिए कमजोर साबित हुआ था, जहां 41 में से सिर्फ 13 सीटें ही जीत पाई थीं.
मधुबनी बेल्ट में बढ़ेगा प्रभाव
मंगनी लाल मंडल पूर्व सांसद और विधायक रह चुके हैं. उनकी लोकप्रियता खासकर झंझारपुर, फुलपरास और आसपास के क्षेत्रों में है. इसी क्षेत्र में इस साल RJD ने कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाकर EBC समुदाय को साधने का प्रयास किया था. माना जा रहा है कि मंगनी लाल के जरिए RJD इन इलाकों में अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने की कोशिश करेगी.
EBC कार्ड से 2025 की तैयारी
RJD की नजर 2025 के विधानसभा चुनावों पर है. बिहार में EBC समुदाय की बड़ी आबादी है और मंगनी लाल मंडल को अध्यक्ष बनाकर पार्टी इस वर्ग को अपने पाले में लाने की कवायद कर रही है. इस कदम से पार्टी न केवल सामाजिक संतुलन साधेगी बल्कि उत्तर बिहार के उन जिलों में भी मजबूत होगी जहां उसका प्रदर्शन हाल के वर्षों में कमजोर रहा है.
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