नोनिया समाज के सपूत देश के लिए न्योछावर किया था अपना जीवन
नोनिया समाज के सपूत ने अपना जीवन देश की आजादी के लिए न्योछावर किया था. नमक बनाकर महात्मा गांधी के आदर्शों को स्वीकार किया था और नमक बनाकर बांटा था. उनको धोखे से गिरफ्तार किया गया था. वहीं, बिहार के दोनों डिप्टी सीएम ने कार्यक्रम में कहा कि उनकी प्रतिमा पटना में लगाई जाएगी. हम प्रधानमंत्री को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उनके जन्म शताब्दी के दिन ही जातिगत जनगणना की तारीख की घोषणा की है.
बुद्धू नोनिया की बहादुरी और देशभक्ति को किया गया याद
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बुद्धू नोनिया की बहादुरी और देशभक्ति को याद किया. डिप्टी सीएम ने कहा कि नमक आंदोलन के दौरान अंग्रेजों ने उन्हें नमक के कड़ाह में जलाने की कोशिश की, लेकिन उनके मुंह से आखिरी सांस तक “भारत माता की जय” ही निकला. आज बुद्धू नोनिया के वंशजों के द्वारा उनके बलिदान को पुनर्जीवित किया जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान दिलाने का निरंतर प्रयास जारी है.
एनडीए सरकार ने पिछड़ों को दिया 20% आरक्षण
पटना के बापू सभागार में आयोजित समारोह में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि आज जो आरक्षण की व्यवस्था है, वह भाजपा और उसके सहयोगियों की देन है. पंडित नेहरू आरक्षण के पक्ष में नहीं थे, लेकिन डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और डॉ. भीमराव अंबेडकर ने दलित और अति पिछड़े वर्गों के हक की लड़ाई लड़ी. बिहार में कर्पूरी ठाकुर ने भाजपा के समर्थन से आरक्षण लागू किया, वहीं केंद्र में मंडल कमीशन को वीपी सिंह सरकार ने भाजपा के सहयोग से लागू किया. सम्राट चौधरी ने कहा कि जब राबड़ी देवी मुख्यमंत्री थीं, तब कोई नया आरक्षण नहीं दिया गया. लेकिन एनडीए सरकार ने पिछड़ों को 20% आरक्षण दिया. डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने यह भी स्पष्ट किया कि बुद्धू नोनिया को स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर प्रयास करेंगी.
Also Read: मधुबनी में बोले प्रशांत किशोर, तेजस्वी यादव के पिताजी का राज नहीं है, पता चल जाएगा बिहार का राजा कौन?