आठ हेडमास्टरों पर 9.69 लाख का जुर्माना
मामले की जांच के बाद शिक्षा विभाग ने 8 हेडमास्टरों से 9.69 लाख रुपए जुर्माना वसूलने का आदेश दिया. साथ ही विभाग ने यह भी आदेश दिया कि तय समय में यदि राशि जमा नहीं होती है तो शिक्षकों के वेतन से कटौती की जाए. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, समस्तीपुर जिले में अब तक 70 लाख रुपए की आर्थिक अनियमितताएं सामने आई हैं, लेकिन हाईकोर्ट में अपील के कारण अब तक पूरी वसूली नहीं हो पाई है.
राज्यभर में 10 करोड़ की अवैध निकासी का आरोप
बिहार के अलग-अलग जिलों को मिलाकर मिड डे मील योजना में करीब 10 करोड़ रुपए की अवैध निकासी का आरोप है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुजफ्फरपुर में 48 लाख की गड़बड़ी उजागर हुई, जिसमें से अब तक 25 लाख की वसूली बाकी है. अन्य जिलों में भी भारी वित्तीय अनियमितताएं पाई गईं- पूर्वी चंपारण में 10 लाख, पश्चिम चंपारण में 20 लाख, समस्तीपुर में 45 लाख, सीतामढ़ी में 35 लाख, वैशाली में 2 लाख, अररिया में 40 लाख और मधेपुरा में 35 लाख रुपए की अवैध निकासी की बात सामने आई है.
इन हेडमास्टरों पर लगा जुर्माना
शिक्षा विभाग ने कई प्रधानाध्यापकों पर गड़बड़ी के आरोप में भारी जुर्माना लगाया है. जिन हेडमास्टरों पर आरोप लगे हैं उनमें सुनीता कुमारी, परमेश्वर महतो, दिलीप कुमार राय, धर्मेश कुमार, राकेश कुमार, शंभूनाथ, मनोज कुमार और अमोद कुमार शामिल हैं. इससे पहले, सिंधिया प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय शालेपुर के प्रधानाध्यापक दिनेश कुमार महतो को 35,900 रुपए एक महीने के अंदर सरकारी खाते में जमा करने का आदेश दिया गया था.
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