शिक्षा की गुणवत्ता और रोजगार में सुधार
बता दें, शिक्षा विभाग की तरफ से यह कदम शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और युवाओं की प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उठाया गया है. नए नियम बीएड और डीएलएड धारकों के लिए खास तौर पर बनाए गए हैं. इनके तहत योग्य शिक्षकों की भर्ती से स्कूलों में पढ़ाई का स्तर सुधरेगा और ग्रामीण इलाकों में योग्य शिक्षकों की कमी को दूर किया जा सकेगा.
सुप्रीम कोर्ट का आदेश और प्राथमिक शिक्षक भर्ती में बदलाव
11 अगस्त 2023 के सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार, प्राथमिक शिक्षक भर्ती में अब केवल डीएलएड धारकों को शामिल किया जाएगा. बीएड धारक प्राथमिक स्तर की शिक्षक भर्ती में मान्य नहीं होंगे. हालांकि, बीएड धारक जूनियर स्तर की शिक्षक भर्ती में सम्मिलित हो सकते हैं, लेकिन इसके लिए राज्य स्तरीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) पास करना अनिवार्य है.
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नए पाठ्यक्रम और अवसर
12वीं के बाद इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) के माध्यम से भी शिक्षक बनने का अवसर अभ्यर्थियों को मिलेगा. यह कोर्स जनवरी से कुछ कॉलेजों में शुरू होने वाला है. डीएलएड और बीएड धारकों को राज्य या केंद्रीय स्तर की TET परीक्षा पास करनी होगी. हालांकि, कुछ राज्य केवल राज्य स्तरीय प्रमाण पत्र को ही मान्य करते हैं, जबकि अन्य सीटेट (CTET) को भी स्वीकार करते हैं.
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