जिलाधिकारियों से क्या कहा गया
शिक्षा विभाग ने जिलाधिकारियों से कहा है कि इन स्कूलों में तत्काल शिक्षकों को भेजा जाये ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो. दरअसल राज्य में बड़े पैमाने पर हुए शिक्षकों के ट्रांसफर से राज्य के कई सरकारी विद्यालय बिना शिक्षक के हो गए हैं. डॉ. एस सिद्धार्थ ने अपनी समीक्षा में पाया है कि विशेष परिस्थितियों में हुए स्थानांतरण-पदस्थापन की कार्रवाई से कुछ विद्यालय पूरी तरह शिक्षक विहीन हो गए हैं और कई स्कूलों में केवल एक या दो शिक्षक ही रह गए हैं.
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शिक्षक-छात्र अनुपात
साथ ही कुछ विद्यालयों में छात्र-शिक्षक का अनुपात भी 40 से अधिक पाया गया है. अपर मुख्य सचिव ने सभी जिला पदाधिकारियों को लिखे अपने पत्र में कहा है कि प्राथमिक विद्यालयों में कम से कम तीन शिक्षक की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए है.
साथ ही मध्य विद्यालयों एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में विषयवार शिक्षकों की तैनाती की जाए. उन्होंने जिलाधिकारियों को अपने स्तर से इसकी समीक्षा कर ऐसे स्कूलों में तत्काल अस्थाई ट्रांसफर के माध्यम से शिक्षक विहीन विद्यालयों या जहां शिक्षक कम हैं, उसमें शिक्षकों की उपलब्धता जल्द से जल्द सुनिश्चित की जाए.
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