योजना का लाभ और निर्यात केंद्र की मिलेगी सुविधा
बिहार भर में बहुत से ऐसे इलाके हैं जहां आबादी के अनुसार उप डाकघर नहीं हैं, लेकिन एक साथ सभी जगहों पर डाकघर नहीं खोला जा सकता है. ऐसे में चरणबद्ध तरीके से ये खोले जाएंगे. पहले चरण में इस वित्तीय वर्ष में 50 उप डाकघर राज्य भर में खोले जाएंगे. इसमें उन जिलों के उन इलाकों को चिन्हित किया जाएगा, जहां अधिक आबादी पर एक-दो ही उप डाकघर हैं.
बिहार में अभी 1067 उप डाकघर
वर्तमान में पूरे बिहार में 1067 उप डाकघर हैं. वर्तमान में डाक विभाग के माध्यम से कई योजनाएं चल रही हैं. निर्यात केंद्र की सुविधा भी सभी डाकघरों में दी गयी है. इसके अलावा डाक जीवन बीमा और ग्रामीण डाक जीवन बीमा की सुविधा भी डाकघर से दी जाती है. अधिक से अधिक लोग डाक विभाग से जुड़े, लोग खाता खुलवाएं, इसके लिए उप डाकघरों की संख्या बढ़ाई जाएगी.
मुख्य सड़क के पास लाए जाएंगे डाकघर
डाक विभाग बिहार सर्किल की समीक्षा में वे उप डाकघर भी चिन्हित किए गए हैं, जो किराये पर चल रहे हैं और मुख्य सड़क से काफी अंदर हैं. ऐसे उप डाकघरों को अब मुख्य सड़क के पास लाया जाएगा. इससे लोग आसानी से यहां पहुंच सकेंगे. इसके अलावा तमाम डाकघरों को गुगज सिस्टम से जोड़ा जाएगा. इससे डाकघरों को ऑनलाइन भी सर्च किया जा सकेगा. डाक विभाग का मानना है कि हाल के दिनों में डाक विभाग से लोगों का रिश्ता कमजोर हुआ है. ऐसे में बैंकिंग जैसी सुविधा को मजबूत कर लोगों को डाक घर से जोड़ने का काम किया जायेगा.
Also Read: Bihar News: बिहार के 350 ब्लॉक में खुलेंगे डिग्री कॉलेज, सम्राट का 534 प्रखंडों में कोल्ड स्टोरेज खोलने का एलान