पर्यटन विकास के प्रमुख योजना
रामायण सर्किट में बिहार के सीतामढ़ी, बक्सर, और दरभंगा शहर शामिल हैं. इन शहरों का रामायण काल से जुड़ाव माना जाता है. रामायण सर्किट, पर्यटन मंत्रालय की स्वदेश दर्शन योजना का हिस्सा है.सीतामढ़ी ज़िले में स्थित एक मंदिर परिसर, पुनौरा धाम को एक प्रमुख पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के लिये एक परियोजना को मंज़ूरी दे दी गई है. इस पहल का उद्देश्य मिथिला की संस्कृति व धरोहर को बढ़ावा देना है, यह वह क्षेत्र है जहाँ माता सीता का जन्म और पालन-पोषण हुआ था. गरीब नाथ मंदिर में श्रावण मास में लाखों श्रद्धालु पहलेजा घाट से जल भरकर बाबा गरीबनाथ मंदिर में जलाभिषेक के लिए आते हैं. मंदिर के नए सिरे से निर्माण से आसपास के क्षेत्रों का विकास जरूरी है. मंदिर के पास ऐतिहासिक साहू पोखर है, जहां महादेव का पुराना मंदिर है. दोनों स्थलों को जोड़कर कॉरिडोर बनाने की योजना है.
बिहार को पर्यटन हब बनाने का होगा हर संभव प्रयास
इस संबंध में पर्यटन विकास मंत्री, डॉ राजू कुमार सिंह राजू ने कहा कि हिंदू,बौद्ध व जैन समेत सभी धार्मिक, ऐतिहासिक एवं आध्यात्मिक पर्यटन स्थलों के विकास के लिए विशेष कार्य योजनाएं बनाकर रमणीय स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा. राज्य सरकार के विजन के अनुसार बिहार को पर्यटन हब बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे. इसके लिए पर्यटन विभाग जल्द ही नए प्रोजेक्ट और योजनाएं बनाकर काम शुरू करेगा. पूर्वी चंपारण के कल्याणपुर प्रखंड के कथवलिया में रामायण सर्किट, सीतामढ़ी के पुरौनाधाम व मुजफ्फरपुर के गरीबनाथ कॉरीडोर के बारे में अधिकारियों के साथ बैठक कर वस्तुस्थिति की जानकारी लेकर आवश्यक कदम उठाया जाएगा.
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