Bihar Train: ट्रेनों में धक्का-मुक्की के बीच लोग कर रहे सफर, टिकट की लंबी वेटिंग देख माथा पीट रहे यात्री

बिहार से होकर गुजरने वाली ट्रेनों में इन दिनों यात्रा करना आसान नहीं है. पटना जंक्शन, सीवान और बक्सर पहुंचने के बाद भी ट्रेनों में सीट मिलने की गारंटी नहीं हैं. भीड़ के कारण ट्रेनों में सीट के लिए जबरदस्त मारामारी हो रही है. क्योंकि लग्न समाप्ति के बाद शादी विवाह में शामिल होने आए परदेशी फिर वापस लौटने लगे हैं. जिनके पास अपने काम की जगह लौटने की कन्फर्म टिकट है, वे तो बेफिक्र हैं, लेकिन जिनके पास कन्फर्म टिकट नहीं है, उनकी बेचैनी बढ़ी है. टिकट के लिए लोग ट्रेवल एजेंसियों से भी कॉन्टेक्ट कर रहे हैं.

By Radheshyam Kushwaha | June 12, 2025 2:43 PM
an image

Bihar Train: सीवान गोरखपुर रेलखंड में तकरीबन एक दर्जन जोड़ी ट्रेनें चल रही है. दिल्ली, मुम्बई व अन्य बड़े शहरों के लिए भी स्पेशल ट्रेनें भी है. लेकिन इसके बावजूद भी अपने काम पर लौटने वाले लोगों को काफी परेशान होना पड़ रहा है. करीब 15 दिन पहले दिल्ली से अपने घर लौटे महेंद्र सिंह ने बताया कि मुझे दिल्ली जाना है. एसी सेकेंड क्लास के लिए भी ट्राई किया. लेकिन वहां भी लंबा वेटिंग है. हटिया जाने वाले अनिल बताते हैं कि अगर समय से काम पर नहीं पहुंचे तो नौकरी को खो जाने का भी भय है.

टिकट के जुगाड़ में परदेशी

सीवान से दूसरे प्रदेशों को जाने वाली सभी प्रमुख ट्रेनों में करीब अगस्त माह के प्रथम सप्ताह तक किसी भी क्लास में कंफर्म सीट नहीं मिल रहा है. विशेष ट्रेनों में भी सीट नहीं मिल रहा है. विशेष ट्रेनों की घोषणा के साथ ही सभी सीटें फुल हो गई. नई दिल्ली जाने के लिए 30 जुलाई तक किसी भी ट्रेन में कंफर्म बर्थ नहीं है. अपने काम पर वापस लौटने के लिए परदेशी टिकट के जुगाड़ में है. मुंबई, गुजरात तथा असम जाने वाली ट्रेनों की हालत तो और ही खराब है. इन ट्रेनों में करीब तीन माह तक किसी भी क्लास में सीट खाली नहीं है. कोलकता जाने के लिए करीब एक माह तक किसी भी ट्रेन में सीट नहीं है. सीवान से मथुरा जाने वाली ट्रेन में भी एक माह तक किसी भी क्लास में बर्थ नहीं होने के कारण लोगों को और परेशानी हो रही है.

रात्रि आठ बजे से ही तत्काल के लिए लग जाते हैं कतार में

परदेश लौटने वाले लोगों का एक मात्र विकल्प तत्काल टिकट ही बचा है. रात्रि आठ बजे जब आरक्षण टिकट काउंटर बंद हो जाता है तब लोग दूसरे दिन का तत्काल टिकट लेने के लिए कतार में लग जाते हैं. वहीं जब दूसरे दिन तकरीबन 8:15 बजे तत्काल के लिए तकरीबन 5 से 6 लोगो को टोकन मिलता है. लेकिन जब टिकट बनता है तब मात्र एक ही व्यक्ति तत्काल टिकट लेने में सफल होता है.

चार पहिया वाहनों का बढ़ा डिमांड

ट्रेनों के अभाव और कम दूरी वाले शहरों के लिए फ्लाइट का किराया अपेक्षाकृत अधिक रहने के कारण छोटे वाहनों को रिजर्व कर लोग अपने काम पर लौट रहे हैं. टाटा, लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, इलाहाबाद, रांची, बोकारो, सिलीगुड़ी जैसे शहरों में काम करने वाले लोग स्कॉर्पियो, बोलेरो और सूमो जैसी गाड़ियों को बुक कर रहे हैं. एक वाहन में छह से सात लोगों के जाने की प्लानिंग के कारण उन्हें किराये के मद में काफी ज्यादा राशि नहीं खर्च हो रही है और लोग अपनी मर्जी से जब मन किया तब चल दे रहे हैं. इसी कारण चार पहिया वाहनों की पूछ बढ़ गई हैं.

Also Read: बिहार में जनसुराज की सक्रियता से डर रहा विपक्ष, जानें चिराग पासवान के विधानसभा चुनाव लड़ने पर क्या बोले प्रशांत किशोर

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

यहां पटना न्यूज़ (Patna News) , पटना हिंदी समाचार (Patna News in Hindi), ताज़ा पटना समाचार (Latest Patna Samachar), पटना पॉलिटिक्स न्यूज़ (Patna Politics News), पटना एजुकेशन न्यूज़ (Patna Education News), पटना मौसम न्यूज़ (Patna Weather News) और पटना क्षेत्र की हर छोटी और बड़ी खबर पढ़े सिर्फ प्रभात खबर पर.

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version