आइएमडी के अनुसार, चक्रवाती तूफान का असर बिहार के विशेष तौर पर भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, शेखपुरा, नालंदा, जहानाबाद, लखीसराय, नवादा, गया, कटिहार, पूर्णिया और किशनगंज में जबरदस्त मेघ गर्जना के साथ वज्रपात के रूप में दिखने की आशंका है.
हवा की गति 40 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है. इन सब मौसमी दशाओं के प्रभाव से दक्षिणी व पूर्वी बिहार के अधिकतर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और राज्य के शेष हिस्सों में छिटपुट बारिश होने के आसार हैं. आइएमडी पटना ने बतायी गयी समयावधि के दौरान खासतौर पर वज्रपात को लेकर राज्य के लोगों को सतर्क किया है.
आइएमडी के अनुसार 22 अक्तूबर की सुबह साढ़े आठ बजे पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर समुद्र में डिप्रेशन बना हुआ है. दरअसल, हवा में अशांति और अस्थिरता को डिप्रेशन कहा जाता है. यह डिप्रेशन आगे बढ़ते हुए चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. यह स्थिति 24 अक्तूबर को संभावित है.