जोसा की काउंसेलिंग : 12 जून तक करवा सकते हैं रजिस्ट्रेशन
जोसा की ओर से काउंसेलिंग प्रक्रिया जारी है. आइआइटी, एनआइटी समेत अन्य तकनीकी संस्थानों में एडमिशन के लिए 12 जून तक रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. इस बार बिजनेस रूल के तहत आइआइटी में बीटेक एडमिशन के लिए पात्रता मानदंड में 12वीं कक्षा में 75 फीसदी या संबंधित बोर्ड के टॉप 20 पर्सेंटाइल अंकों के साथ पांच विषयों में केमिस्ट्री अनिवार्य विषय होगा. जबकि एनआइटी, आइआइआइटी समेत 108 शीर्ष तकनीकी कॉलेजों में दाखिले के लिए पांच विषयों में केमिस्ट्री अनिवार्य विषय नहीं है. 108 शीर्ष तकनीकी संस्थानों में 12वीं कक्षा में केमिस्ट्री विषय की पढ़ाई के बिना भी एडमिशन मिल सकता है. एनआइटी समेत 108 कॉलेजों में बीटेक-बीइ प्रोग्राम में एडमिशन के लिए 12वीं कक्षा में पांच विषयों में पढ़ाई जरूरी है. इसमें फिजिक्स, गणित, लैंग्वेज अनिवार्य है, जबकि केमिस्ट्री, बायोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, टेक्निकल वोकेशनल में से कोई एक विषय की पढ़ाई होनी चाहिए. बैचलर ऑफ द प्लानिंग (बी-प्लान) में गणित अनिवार्य है. इसके अलावा कोई चार विषयों (लैंग्वेज, केमिस्ट्री, फिजिक्स, बायोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, टेक्निकल वोकेशन) में से कोई भी पांच हो सकते हैं. जिन विषयों में सबसे अधिक अंक होंगे, उसे प्राथमिकता मिलेगी. बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर (बी-आर्क) में फिजिक्स, कैमिस्ट्री, गणित अनिवार्य है. इसके अलावा कोई दो अन्य विषय (बायोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, टेक्निकल वोकेशन, लैंग्वेज आदि) की पढ़ाई होनी चाहिए. इसमें भी जिस विषय में सबसे अधिक अंक होंगे उसे प्राथमिकता पर रखा जायेगा. दरअसल, एआइसीटीइ ने 2021 में जब केमिस्ट्री को बीटेक दाखिले के लिए अनिवार्य विषय नहीं रखने की घोषणा की थी तो बहुत हंगामा हुआ था. इसके बाद उस फैसले को वापस ले लिया गया था. शैक्षणिक सत्र 2025-26 में स्टूडेंट्स के पास आइआइटी में एडमिशन के लिए 14 जुलाई तक और एनआइटी समेत अन्य शिक्षण संस्थानों में दाखिले के लिए 21 जुलाई तक सीट छोड़ने का विकल्प होगा. यदि कोई छात्र इस अवधि के बाद सीट छोड़ता है तो वह जोसा काउंसेलिंग से बाहर हो जायेगा. पहली कटऑफ 14 जून को सुबह 10 बजे जारी होगी.
एनआइटी और आइआइआइटी भागलपुर में 50 प्रतिशत सीट होम स्टेट कोटा वाले स्टूडेंट्स के लिए आरक्षित रहती है. स्टूडेंट्स को आवेदन के समय स्टेट कोटा की जानकारी देनी होगी. रजिस्ट्रेशन के समय अपने विकल्प में होम स्टेट कोटा में जिस राज्य से अपनी 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की होगी, उसकी जानकारी भरें अन्यथा लाभ नहीं मिलेगा. बिहार के लिए एनआइटी पटना में 50 प्रतिशत कोटा है.
एक अप्रैल 2025 से बाद के दस्तावेज लगेंगे
आरक्षित वर्ग के स्टूडेंट्स को एक अप्रैल 2025 से बाद के डॉक्यूमेंट देने होंगे. कटऑफ में नाम आने पर उन्हें फ्लोट (दूसरे कॉलेज और दूसरी ब्रांच में भी जा सकते हैं), स्लाइड (दूसरे राउंड में जाकर पहली कटऑफ वाले संस्थान में ही अन्य ब्रांच लेनी है) या फ्रीज (सीट पक्की कर ली है, अगले राउंड में नहीं जाना है) में से एक विकल्प चुनना अनिवार्य है. यदि कोई छात्र फ्रीज नहीं करता है तो वह काउंसलिंग से अपने आप बाहर हो जायेगा. इसके बाद फीस जमा होगी. नेटबैंकिंग, डेबिट, क्रेडिट, यूपीआइ आदि से फीस जमा होगी. सामान्य, ओबीसी, इडब्ल्यूएस वर्ग के छात्रों को 30 हजार रुपये जबकि एससी, एसटी व दिव्यांग वर्ग में 15 हजार रुपये फीस होगी.
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