
लाइफ रिपोर्टर @ पटना
प्रभु यीशु मसीह द्वारा अंतिम भोज की स्मृति में ईसाई समुदाय ने पुण्य बृहस्पतिवार को श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया. इस अवसर पर कुर्जी स्थित प्रेरितों की रानी गिरजाघर में भव्य धर्मविधि समारोह आयोजित हुआ, जिसका नेतृत्व फादर सेल्विन जेवियर ने किया.
धर्मविधि की मुख्य विशेषता 12 शिष्यों के पांव धोने की रस्म रही, जो प्रभु यीशु के सेवा और विनम्रता के संदेश को सजीव करती है. फादर सेल्विन, फादर अरोकियासामी और फादर संजय मरांडी ने यह रस्म पूरी श्रद्धा से निभायी.
फादर आल्विन वाज ने अपने प्रेरक प्रवचन में कहा, यह दिन केवल एक परंपरा नहीं, प्रेम की चरम अभिव्यक्ति है- ऐसा प्रेम जो झुककर सेवा करता है. करीब 5,000 श्रद्धालुओं ने भाग लेकर आत्मचिंतन, प्रार्थना और उपवास के माध्यम से प्रभु के प्रेम और बलिदान को महसूस किया. चर्च परिसर भक्तिपूर्ण वातावरण से गुंजायमान रहा. इस अवसर पर जरूरतमंदों के बीच भोजन और वस्त्र वितरण भी किया गया, जिससे सेवा और करुणा का मसीही संदेश समाज में फैला. चर्च परिसर प्रार्थना स्तुति और आत्मचिंतन के वातावरण से गुज उठा. श्रद्धालुओं ने उपवास रखा और आत्मचिंतन में समय बिताया, जिससे वे ईसा मसीह के बलिदान को समझ सकें .
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है