अत्याधुनिक तकनीक से बना भारत का खास पुल
19 किलोमीटर लंबी इस परियोजना का सबसे खास हिस्सा 9.76 किलोमीटर लंबा एक्स्ट्रा डोज केबल स्टे ब्रिज है. 32 मीटर चौड़ा यह पुल गंगा नदी पर बना है और इसकी डिज़ाइन 100 किमी प्रति घंटे की गति को ध्यान में रखकर तैयार की गई है. डेक के नीचे विशेष तकनीक से लगाए गए केबल्स इसे अतिरिक्त मजबूती प्रदान करते हैं. अब मानसून में पीपा पुल हटाने की आवश्यकता नहीं होगी और दियारा क्षेत्र के लोग पूरे वर्ष यात्रा कर सकेंगे.
आर्थिक बदलाव की नींव
पुल के चालू होने से न सिर्फ स्थानीय लोगों को आवागमन में सुविधा मिलेगी, बल्कि व्यापार, निवेश और रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे. पंसरिया चौक से जोड़ने वाले संपर्क पथ के निर्माण को भी प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है. इसके साथ ही गांधी सेतु पर यातायात का दबाव कम होगा और राजधानी से कनेक्टिविटी और भी बेहतर हो जाएगी.
विकास की दिशा में नीतीश सरकार का बड़ा कदम
इस परियोजना पर कुल लागत लगभग 5000 करोड़ रुपये आई है, जिसमें से 3000 करोड़ रुपये एशियन डेवलपमेंट बैंक से ऋण स्वरूप प्राप्त हुए हैं और 2000 करोड़ रुपये राज्य सरकार ने वहन किए हैं. पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने इसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विज़न का परिणाम बताते हुए कहा कि यह पुल न केवल एक निर्माण परियोजना है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक बदलाव की आधारशिला भी है.
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