पटना. भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने बयान जारी कर कहा है कि वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण के नाम पर लोगों को गैर-नागरिक घोषित कर वोटर लिस्ट से बाहर करने की साजिश हो रही है.भोजपुर के पीरो में मदारी समुदाय के लगभग 50 लोगों को मतदाता सूची से हटाने की तैयारी है. ये लोग मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं और वर्षों से यहीं रह रहे हैं,मतदान करते आये हैं,उनके नाम पूर्ववर्ती मतदाता सूचियों में दर्ज रहे हैं. कुणाल ने कहा कि संबंधित बीएलओ ने सभी परिवारों के लिए गणना फॉर्म भर दिये थे, लेकिन अब इआरओ द्वारा कहा जा रहा है कि ये सब बांग्लादेशी हैं, इनका फॉर्म क्यों भरा जा रहा है. यह न केवल सांप्रदायिक व पक्षपातपूर्ण मानसिकता को दर्शाता है, बल्कि संविधान प्रदत्त नागरिक अधिकारों का भी खुला उल्लंघन है. दूसरी ओर, खेग्रामस महासचिव धीरेंद्र झा ने कहा कि कैग द्वारा 2023–24 के लिए जारी रिपोर्ट ने बिहार सरकार की कार्यप्रणाली और तथाकथित विकास मॉडल की असलियत को उजागर कर दिया है. उन्होंने कहा कि सदन के अंदर मंत्री विजय कुमार चौधरी द्वारा यह कहना कि बिहार के महज 26 लाख मजदूर राज्य से बाहर हैं, सरासर झूठ है.
संबंधित खबर
और खबरें