पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि पिछले दिनों 208 डिब्बे को आइसोलेशन वार्ड बनाने का निर्णय लिया गया था, जिसे बढ़ा कर 268 किया गया है. इससे बेड की संख्या 1664 से बढ़ कर 4288 हो जायेगी. उन्होंने बताया कि एक डिब्बे में आठ केबिन होते हैं और प्रत्येक केबिन में 16 बेड उपलब्ध कराये जायेंगे. आइसोलेशन वार्ड बनाने की प्रक्रिया भारत सरकार की स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी दिशा-निर्देश के अनुरूप विकसित किया जा रहा है, ताकि कोरोना वायरस से निबटने में आसानी हो सके.
दानापुर के रेल अस्पताल में बनाया गया आइसोलेशन वार्ड
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पूमरे की ओर से आइसोलेशन वार्ड व पॉजिटिव मरीजों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की जा रही है. पूमरे के जीएम ललित चंद्र त्रिवेदी के निर्देश पर दानापुर के मंडल अस्पताल को कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए सुरक्षित किया गया है. इसको लेकर बेड, वेंटिलेटर और अन्य मेडिकल उपकरण लगाने की प्रक्रिया शुरू की गयी है. रेल मंडल अधिकारियों की मानें, तो सोमवार तक पॉजिटिव मरीजों के लिए बनाये गये वार्ड पूरी तरह मेडिकल उपकरणों से सुसज्जित हो जायेंगे.
वार्ड में लगाये जायेंगे सात वेंटिलेटर और 80 बेडों की व्यवस्था
कोरोना से संक्रमित मरीजों के लेकर अस्पताल सुरक्षित किया गया है. भर्ती मरीजों को इलाज में परेशानी नहीं हो, इसको लेकर पूमरे प्रशासन की ओर से सात वेंटिलेटर मुहैया कराये गये हैं और अब इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया चल रही है. रेल मंडल के पीआरओ संजय प्रसाद ने बताया कि वेंटिलेटर की आपूर्ति हो गयी है और रविवार की रात्रि से ही इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. सोमवार से अस्पताल पूरी तरह कोरोना से लड़ने के लिए तैयार हो जायेगा. रेल मंडल अस्पताल में 80 बेड है. इसमें 21 बेड आइसोलेशन वार्ड में लगाये गये है. साथ ही 59 बेड कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए सुरक्षित किया गया है. पॉजिटिव मरीजों के लिए सुरक्षित किये गये बेड के समीप ऑक्सीजन व अन्य मेडिकल उपकरणों को भी लगा दिया गया है.