Encounter: पटना जिले के नौबतपुर थाना क्षेत्र में शनिवार रात पुलिस और कुख्यात अपराधियों के बीच जोरदार मुठभेड़ हुई. STF और नौबतपुर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि खूंखार अपराधी भरत शर्मा अपने साथियों के साथ शेखपुरा गांव में छिपा हुआ है. पुलिस ने घेराबंदी कर छापेमारी शुरू की, लेकिन अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी. करीब तीन घंटे तक चली इस मुठभेड़ के बाद भरत शर्मा और उसके दो साथियों ने सरेंडर कर दिया.
कैसे हुआ एनकाउंटर, 8-10 राउंड चली गोलियां
पुलिस टीम जैसे ही शेखपुरा गांव पहुंची अपराधियों को भनक लग गई. भरत शर्मा और उसके गुर्गों ने पुलिस की टीम पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं. पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की. करीब 8-10 राउंड गोलियां चलीं, जिससे गांव में दहशत फैल गई.
भाई की हत्या के बाद संभाली रखी थी गैंग की कमान
एनकाउंटर की गर्मी जब बढ़ी, तो भरत शर्मा ने अपने दो साथियों के साथ हथियार डाल दिए. पुलिस ने मौके से कार्बाइन, पिस्टल और कई अन्य हथियार बरामद किए हैं. भरत शर्मा पटना के कुख्यात अपराधी जटहा उर्फ काला नाग का भाई है. दो साल पहले जटहा की हत्या हो गई थी, जिसके बाद भरत ने पूरे गैंग की कमान अपने हाथों में ले ली.
भरत पर दर्ज हैं 7 संगीन केस, नौबतपुर में फैला रखा था आतंक
भरत का नाम हत्या, लूट, रंगदारी, और अवैध हथियार रखने जैसे कई संगीन मामलों में दर्ज है. वह लंबे समय से पुलिस की हिट लिस्ट में था और बिहार में संगठित अपराध का बड़ा चेहरा बन चुका था. भरत शर्मा के खिलाफ हत्या, लूट, रंगदारी और आर्म्स एक्ट से जुड़े 7 गंभीर मामले दर्ज हैं. नौबतपुर और उसके आसपास के गांवों में उसने अपराध का साम्राज्य खड़ा कर रखा था.
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STF और पुलिस की बड़ी सफलता, गिरोह के सफाए की तैयारी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, STF और नौबतपुर पुलिस ने भरत को पकड़ने के लिए चार थानों की फोर्स के साथ मिलकर ऑपरेशन चलाया था. भरत गिरोह का नेटवर्क कई जिलों में फैला हुआ है और उसके गुर्गों पर भी पुलिस की नजर बनी हुई है. भरत शर्मा की गिरफ्तारी बिहार पुलिस और STF के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश तेज कर दी गई है और जल्द ही पूरी गैंग को खत्म कर दिया जाएगा.