बिहार CHO परीक्षा में धांधली, सेंटर मालिकों के चैंबर में था प्रॉक्सी सर्वर, भाड़े पर लाए लोगों की लगाई गई थी ड्यूटी

बिहार CHO परीक्षा में धांधली के आरोप में पकड़ाए अभियुक्त रोज नए-नए राज खोल रहे हैं. सेंटर मालिकों के चैंबर में प्रॉक्सी सर्वर लगा था. वहीं रोज के हिसाब से भाड़े पर स्टाफ को बुलाकर ड्यूटी लगवायी गयी थी.

By ThakurShaktilochan Sandilya | December 6, 2024 9:19 AM
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बिहार में 4500 कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर (Bihar CHO Exam) परीक्षा में हुए धांधली मामले की जांच आर्थिक अपराध इकाई कर रही है. EOU के द्वारा इस मामले में दर्ज एफआइआर में कई खुलासे हुए हैं. परीक्षा में हुए फर्जीवाड़े में ऑनलाइन परीक्षाओं की कमियां उगाकर हुई है. इओयू की जांच में खुलासा हुआ है कि पटना के एक दर्जन एग्जाम सेंटर मैनेज थे. पटना में ही एक फ्लैट में सारी डील हुई थी. वहीं इस धांधली के लिए करोड़ों की डील हुई थी. सेंटर मालिक से लेकर परीक्षा का आयोजन कराने वाली कंपनी के कर्मियों की इस धांधली में बड़ी भूमिका थी.

रिमोट सॉफ्टवेयर से 12 सेंटरों पर हो रही थी धांधली

बिहार CHO परीक्षा धांधली मामले की जांच कर रही EOU ने FIR में बताया है कि सारे 12 एग्जाम सेंटर मैनेज थे. ऑनलाइन एग्जाम सेंटर की जांच में सर्वर रूम से अलग सेंटर के मालिक के चैंबर में रखे लैपटॉप में प्रॉक्सी सर्वर पाया गया. इस सर्वर की मदद से कुछ कंप्यूटरों में रिमोट सॉफ्टवेयर डालकर उसे बाहर से ऑपरेट करवाया जा रहा था. जांच एजेंसी को अब पूर्व की भी परीक्षाओं में ऐसी धांधली की आशंका है.

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गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने कई राज खोले

बिहार CHO परीक्षा धांधली मामले में गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने कई राज खोले हैं. उन्होंने पूछताछ में बताया है कि परीक्षा नेटबूट पर करायी जाती है. ये सुरक्षित होता है. लेकिन इसके विपरीत इन एग्जाम सेंटरों पर विंडोज पर ही परीक्षा करवाया जा रहा था. चुनिंदा परीक्षार्थी केवल माउस हाथ में पकड़कर बैठते थे और रिमोट के जरिए सॉल्वर गिरोह के सदस्य उनके प्रश्नों का जवाब दे रहे थे.

निजी कंपनी से कर्मियों को हायर किया

जांच में बात सामने आयी है कि इस परीक्षा में धांधली की साजिश पूरी तैयारी के साथ हुई थी. परीक्षा संचालन कर रही एजेंसी ने हर सेंटर पर 500 से 700 रुपए रोज की मजदूरी पर निजी कंपनी से कर्मियों को हायर किया था. ये कंपनी मैनपावर सप्लाई करती है. इन लोगों को ही आइटी मैनेजर, आइटी सपोर्ट स्टाफ, परीक्षा संयोजक, निरीक्षक आदि बनाया गया था.

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