टेस्टिंग के बाद दिया जा रहा सर्टिफिकेट
अभी लिफ्ट और अलाइनमेंट को सही तरह से फंक्शन करने के लिए काम चल रहा है. इसे पूरा करने के बाद फिर से कार पार्किंग के लिए ट्रायल चलेगा. इसके सफल होने के बाद आम लोगों के लिए अगले सात दिनों में सुविधा बहाल हो जायेगी. पार्किंग को शुरू करने से पहले टेस्टिंग का काम भी चल रहा है. हर जगह इंजीनियर वाहन को लगा कर सर्टिफिकेट दे रहे हैं. इस काम को 4 से 5 दिनों में पूरा कर लिया जायेगा. वहीं, पार्किंग में वाहन लगाने के लिए दो गेट बनाया जा रहा है. लोग अपनी सुविधा के अनुसार डाकबंगला व इस्कॉन की ओर से वाहन लगा सकेंगे.
पार्किंग को आसानी से किया जा सकेगा शिफ्ट
यह कार पार्किंग पूरी तरह ऑटोमेटिक होगी. इसलिए इसका अच्छी तरह से ट्रायल और टेस्टिंग का काम चल रहा है. भाग बी कार पार्किंग में 60 कारों को लगाने की व्यवस्था है. इसे भी जल्द तैयार कर लिया जाएगा. पार्किंग जी 6 भवन है. इसे बाहर से देखने में आलीशान इमारत जैसी दिखाई देती है. लेकिन, भविष्य में इसे शिफ्ट भी किया जा सकता है. एक्सपर्ट का कहना है कि इसके स्क्रैप को बेचकर इसकी लागत कीमत को निकाला जा सकेगा.
खाली जगह में हाइड्रोलिक लिफ्ट वाहनों को लगायेगा
स्वचालित मशीनीकृत कार पार्किंग में गेट के अंदर निर्धारित स्थान पर कार को खड़ा करना है. इसमें हाइड्रोलिक लिफ्ट लगी हुई है, जो वाहनों को उठा कर खाली जगह पर रख देगी. गाड़ी को ऊपर से नीचे या नीचे से ऊपर आने में 2 से 2.30 मिनट का समय लगता है. इसकी सुविधा बहाल होने से मौर्यालोक और आसपास आने-जाने वाले लोगों को सबसे अधिक फायदा मिलेगा. सड़क पर गाड़ी पार्किंग से निजात मिलेगी और वाहनों की सुरक्षा भी होगी.
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