किसी भी समय बंद हो सकता है सिम
विभाग ने तत्काल मोबाइल उपभोक्ताओं को जानकारी देकर नौ सिम चयन करने का विकल्प दिया है. अगर ग्राहक इसकी जानकारी नहीं देंगे, तो दूरसंचार विभाग नौ सिम के बाद किसी भी समय बाकी सिम को बंद कर देगा. साइबर जालसाजी पर लगाम लगाने के लिए दूरसंचार विभाग यह कार्रवाई करने जा रहा है. इतना ही नहीं, गलत दस्तावेज देकर सिम लेने वालों की संख्या 1.86 लाख से अधिक है. इनमें जियाे के 73 हजार, भारती एयरटेल के 55 हजार, बोडाफोन के 30 हजार और बीएसएनएल के 27 हजार मोबाइल उपभोक्ता शामिल हैं. इस पर लगातार कार्रवाई हो रही है.
पहले नहीं थी सीमा
पहले सिम रखने के लिए कोई संख्या निर्धारित नहीं थी.धीरे-धीरे इसका फायदा साइबर जालसाज उठाने लगे. एक ही व्यक्ति के नाम पर कई सिम लेकर साइबर ठगी में उसका इस्तेमाल किया जाने लगा. इसे देखते हुए सरकार ने सिम की संख्या निर्धारित कर दी है. नार्थ इस्ट और सिक्किम और जम्मू-कश्मीर में एक उपभोक्ता 6 सिम करने की सीमा है. शेष राज्य के लोग 9 सिम तक रखने का प्रावधान है.
चक्षु पोर्टल पर जाकर करायें रिपोर्ट दर्ज
इस संबंध में दूरसंचार विभाग के अपर महानिदेशक बाबू राम कहते हैं, “आने वाले कुछ माह में बिहार के 27 लाख से अधिक मोबाइल नंबरों को बंद किया जायेगा, क्योंकि फ्रॉड इन सिम के जरिये लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं. अगर आपको लगे कि हम ठगी के शिकार हो गये हैं, तो तत्काल 1930 के साथ चक्षु पोर्टल पर जाकर रिपोर्ट दर्ज अवश्य कराएं. बिहार में हर दिन लगभग 80 से अधिक जालसाजी की रिपोर्ट चक्षु पर की जा रही है.”
एक नजर में दूरसंचार विभाग के पास आयी शिकायत
एमएस और कॉल के जरिये ठगने का प्रयास
कुल शिकायत – 12 522
समाधान- 2637
पेंडिग- 9885
वाट्सएप के माध्यम ठगने का प्रयास
शिकार- 3024
समाधान (सिम बंद) – 365
पेंडिग – 2659
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