पटना. चालीसा काल के तहत मसीही विश्वासी पुण्य सप्ताह में प्रवेश कर गये हैं. इस पुण्य सप्ताह के तहत मसीही विश्वासी पुण्य बृहस्पतिवार, गुडफ्राइडे, पुण्य शनिवार और पुनरुत्थान पर्व (गुड फ्राइडे) की आराधना में हिस्सा लेंगे. कैथोलिक विश्वासी 17 अप्रैल को पुण्य बृहस्पतिवार की आराधना में शामिल होंगे. सुबह छह बजे संत कुर्जी चर्च में शाम पांच बजे पैर धुलाई और पाप स्वीकार की आराधना होगी. शाम साज बजे से 11 बजे रात तक चर्च परिसर में धर्मविधि और पवित्र मिस्सा होगा. इस दौरान फादर 12 विश्वासियों के पैर धोयेंगे. यह धर्मविधि यीशु मसीह के अपने शिष्यों के साथ अंतिम भोज और उनके पैर धोने की घटना की याद में की जाती है. कुर्जी चर्च के मुख्य पुरोहित फादर सेल्विन जेवियर ने बताया कि पुण्य बृहस्पतिवार को पैर धोने की परंपरा है. इसे मौंडी गुरुवार भी कहते हैं. यह परंपरा, यीशु मसीह द्वारा अपने शिष्यों के पैर धोने की याद में की जाती है. यह प्रेरितों के साथ यीशु मसीह के पैर धोने और अंतिम भोज का स्मरण करता है.
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