संवाददाता, पटना खान एवं भूतत्व विभाग ने अनियमितता मामले में पांच अधिकारियों पर जून और जुलाई महीने में विभागीय कार्रवाई की है. इसमें सेवानिवृत्त हो चुके अधिकारी शामिल हैं. इनमें शामिल भोजपुर के तत्कालीन खनिज विकास पदाधिकारी प्रमोद कुमार शामिल हैं. उनको बालू के अवैध खनन और ढुलायी मामले संलिप्त लोगों को मदद पहुंचाने और भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप है. वे फिलहाल सेवानिवृत्त हो चुके हैं. उन पर विभागीय कार्रवाई में 20 फीसदी पेंशन की राशि की कटौती का दंड लगाया गया है. इसके साथ ही भागलपुर के तत्कालीन खनिज विकास पदाधिकारी केशव कुमार पासवान को अवैध खनन और ओवरलोडेड वाहनों पर कार्रवाई में लापरवाही के मामले में दोषी पाया गया है. इस कारण उन पर संचयी प्रभाव के साथ तीन वेतन वृद्धियों पर रोक का दंड दिया गया है. खान एवं भूतत्व विभाग ने विभागीय कार्रवाई में बेतिया के तत्कालीन खनिज विकास पदाधिकारी घनश्याम झा को भी अपने दायित्वों के प्रति लापरवाह और अशिष्ट व्यवहार का दोषी पाया है. उनके विरुद्व निंदन और असंचयात्मक प्रभाव से दो वेतनवृद्वि पर रोक का दंड दिया गया है. वहीं, वैशाली के तत्कालीन खनिज विकास पदाधिकारी मो इमरान अंसारी रंगदारीपूर्वक वसूली किये जाने के दोषी पाये गये हैं. उनके विरुद्व दो वेतन वृद्धि पर रोक की कार्रवाई की गयी है.
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