आज हो सकता है सुखवीर सिंह बादल पर निर्णय, दखलंदाजी का है आरोपपंज प्यारे व प्रबंधक कमेटी की हुई बैठक में फैसला प्रतिनिधि, पटना सिटी तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब व श्री अकाल तख्त साहिब के बीच दोनों तख्त से जारी हुकूमनामा के बाद बढ़ी टकराहट व तल्खी के बीच पटना साहिब के पंज प्यारों व प्रबंधक कमेटी के पदधारक और सदस्यों की संयुक्त बैठक जत्थेदार ज्ञानी बलदेव सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई. इसमें तख्त साहिब के पंज प्यारों की हुकूमनामा में अकाली दल के प्रमुख सह पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को भी दस दिनों के अंदर तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में पंज प्यारों के सक्षम उपस्थित होना था. जिसकी मोहलत 10 जून को बीत गयी. उपस्थित नहीं हुए. बैठक में लिये गये फैसले की जानकारी देते सदस्य महेंद्र पाल सिंह ढिल्लन ने कहा कि रायशुमारी के बाद 24 घंटे की और मोहलत दी गयी. इस अवधि में वो उपस्थित होते है, तब ठीक नहीं तो पंथक मर्यादा के अनुसार पंज प्यारे फैसला ले सकते हैं. बैठक में पंज प्यारों में जत्थेदार ज्ञानी बलदेव सिंह,अतिरिक्त मुख्य ग्रंथी ज्ञानी दिलीप सिंह,अतिरिक्त मुख्य ग्रंथी भाई गुरुदयाल सिंह,सीनियर मीत ग्रंथी ज्ञानी परशुराम सिंह और मीत ग्रंथी भाई अमरजीत सिंह थे. वहीं प्रबंधक कमेटी की ओर से अध्यक्ष जगजोत सिंह सोही, महासचिव इंद्रजीत सिंह, सचिव हरवंश सिंह, सदस्य महेंद्र पाल सिंह ढिल्लन और हरपाल सिंह जाैहल थे. इस दौरान राजा सिंह ने भी पंज प्यारों के फैसले में अपनी सहभागिता की बात फोन पर कही है. बताते चलें कि बीते 21 मई को पंज प्यारों की आपात बैठक में श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़राज और तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी बाबा टेक सिंह को तख्त पटना साहिब के हुकूमनामा का उल्लंघन करने में दोषी मानते हुए तनख्यैया घोषित कर दिया. बैठक में पंज प्यारों ने अकाली दल के प्रमुख सह पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को भी दखल अंदाजी और साजिशकर्ता के तौर पर मानते हुए दस दिनों के अंदर तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में उपस्थित होने का आदेश दिया है.
संबंधित खबर
और खबरें